लखनऊ। आगरा के बगदा (ताजगंज) के पास बुधवार रात को लूट के दौरान पैर में गोली लगने से घायल मोहन शर्मा ने बदमाशों से जमकर लोहा लिया। घटना के समय मोहन के साथ उनकी पत्नी, भतीजा और दो छोटे बच्चे थे। जैसे ही बदमाशों ने गोली चलाई तो पत्नी दोनों बच्चों को अपने सीने से लगाकर एक घर की ओर दौड़ी। भतीजे ने पुलिस को फोन किया। यदि मोहन बदमाशों से नहीं भिड़ते तो पांच जानें मुश्किल में आ जाती।
बता दें कि शमसाबाद रोड स्थित जी आर अस्पताल में भर्ती मोहन शर्मा की पत्नी रुचि शर्मा ने बताया कि कहरई मोड़ पर दुकान को बंद करके हम सब घर जा रहे थे। रास्ते में गांव के ही तेज सिंह से बाइक सवार तीन बदमाश लूट कर रहे थे। पहले उन्हें लगा कि कोई शराबी आपस में झगड़ रहे हैं। पास जाकर देखा तो गांव के तेज सिंह को तीन बदमाश हथियार दिखाकर लूट रहे थे। उन्होंने हम लोगों से मदद मांगी।
वहीं मोहन ने बदमाशों को हड़काया। बदमाशों को लगा कि वे फंस गए हैं, तो उन्होंने एक के बाद एक तीन गोलियां चला दीं। एक गोली मोहन के पैर में लगी। तेज सिंह और मोहन के भतीजे पवन ने उन्हें संभाला। रुचि अपने दोनों बच्चों राघव और वंश को सीने से लगाकर एक घर की ओर भागी। उस घर के लोगों से मदद मांगी। शोर-शराबा होने पर बदमाश भाग निकले।