सीबीएसई के पेपर लीक होने के बाद बच्चों के ऊपर एक बार फिर एग्जाम की टेंशन बढ़ गई है। पेपर लीक होने के बाद सीबीएसई ने 12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर की तारीख का ऐलान कर दिया है। सीबीएसई का कहना है कि 12वीं के अर्थशास्त्र की परीक्षा 25 अप्रैल को होगी। वहीं 10वीं के गणित का पेपर जुलाई में होने की संभावना है। सीबीएसई ने जो बयान जारी किया है उसके मुताबिक 10वीं की परीक्षा सिर्फ दिल्ली और हरियाणा में आयोजित की जाएगी।
वहीं पेपर लीक होने के बाद छात्रों में काफी गुस्सा है। खबर है कि इस मामले की सूचना सबसे पहले 16 साल के एक छात्र ने बोर्ड को दी थी। यह छात्र खुद भी 10वीं का स्टूडेंट है। खबर है कि इस छात्र ने ही सबसे पहले पेपर लीक की जानकारी बोर्ड को दी थी।
इस मामले में CBSE चेयरपर्सन अनिता करवाल को 28 मार्च को हुई परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही रात को 1.39 बजे आधिकारिक मेल पर सिकायत मिली थी। जिसमें सूचना दी गई ती कि व्हाट्सऐप पर पेपर लीक हो गया है। इस मेल के लिए छात्र ने अपने पिता की आईडी का इस्तेमाल किया था और जांच की मांग की थी।
अगले दिन परीक्षा हो जाने के बाद बोर्ड ने इस मेल की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद 28 मार्च को रात करीब 8 बजे क्राइम ब्रांच ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। छात्र की पहचान के लिए क्राइम ब्रांच ने गूगल से भी मदद मांगी है। हमारे सहयोगी अखबार एचटी की रिपोर्ट के अनुसार छात्र के पिता दिल्ली क्लब में काम करते हैं। साथ ही वे इस बात की पुष्टि भी कर चुके हैं कि मेल उऩके बेटे ने ही किया था।
उन्होंने बताया कि उनके बेटे को किसी ने व्हाट्सएप पर गणित का पेपर भेजा था, जिसके बाद वह परेशान हो गया हो और उसने इसकी सूचना बोर्ड को देकर पेपर रद्द कराने की मांग करने का फैसला लिया। साथ ही भेजे गए मेल में वायरल पेपर भी अटैच किया गया था।