सावन का पावन महीना 6 जुलाई यानि की कल से शुरू हो रहा है। सावन के महीने की हिन्दू धर्म बहुत मान्यता है और खासकर के भगवान शिव के भक्तों के लिये। तभी को बिना किसी की परवाह किए भोले के भक्त हाथ में कांवड़ लिए मीलों का पैदल सफल तय करते हैं। कहा जाता है इस पावन महीने में भगवान शिव से जो भी सच्चे दिल से मांगो वो पूरा होता है।6 जुलाई से पवित्र महीना सावन आरंभ होने जा रहा है। पहला दिन सोमवार के दिन सावन का महीना रहेगा। इस बार सावन के महीने में कई चीजें खास तरह की होने वाली रहेगी।
भोले शंकर जल्द प्रसन्न होने वाले देव हैं। शास्त्रों में सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए होता है। सोमवार के दिन व्रत रखने से भोले शंकर अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं। सावन का पूरा महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए समर्पित होता है।
इस बार का सावन का महीना बहुत ही खास रहने वाला है। सावन के महीने का प्रारंभ सोमवार से हो रहा है और अंत भी सोमवार के दिन होगा। इस बार कुल पांच सावन सोमवार का दिन रहेगा। जो बहुत ही शुभ माना जाता है।
इसके साथ ही सावन के महीने में कुछ ऐसी चीजें है जो बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। आज हम आपको इन्हीं बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।
सावन में क्या न करें..
सावन के महीने में मांस और शराब से दूर रहना चाहिए. यदि घर में ऐसा कोई करता है, तो सावन का लाभ व्रत करने वाले को भी नसीब नहीं होता।माना जाता है कि सावन के महीने में बैंगनी और नीले कलर के कपड़ें नहीं पहनने चाहिए। ये कपड़े नकारात्मक शक्तियों को बढ़ाते हैं।
सावन के महीने में गन्ने और काली मिर्च के सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि भगवान शिव को इन चीजों का सेवन करना बिल्कुल पसंद नहीं हैं। इसलिए आप भी इनके सेवन से बचें।
शास्त्रों के अनुसार, सावन के महीनों में सरसों का तेल भी नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि सरसों का तेल भगवान शनि देव को चढ़ाया जाता है।
सावन के महीने में भूलकर भी भगवान शिव जी को हल्दी न लगाएं। ऐसा करने से आप खुद अपने जीवन में मुसीबतों को न्योता दे सकते हैं।
सावन के महीने में पुरूषों को दाढ़ी मूछे नहीं कटवानी चाहिए।
सावन के महीनें में कांसे के बर्तन में खाना नहीं चाहिए और न ही दिन में सोना चाहिए।
सावन में भगवान शिव को करें प्रसन्न..
भगवान शिव की पूजा शिवलिंग स्वरूप में की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस रूप में पूजा करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं। इसके लिए सावन के महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करें, पंचामृत से रुद्राभिषेक करें, बिल्व पत्र अर्पित करें। इसके बाद भांग, धतूरा, आक का फूल आदि जरूर अर्पित करें। इस समय ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
खासकर अविवाहित युवक और युवतियों के लिए यह महीना विशेष फलदायी होता है। जबकि विवाहित दंपत्ति वैवाहिक जीवन में मधुरता और निकटता के लिए सावन महीने में पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें। जबकि ॐ पार्वती पतये नमः मंत्र का जाप एक माला जरूर करें।
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इस तरह आप देवों के देव महादेव को प्रसन्न करके मनचाहा फल पा सकते हैं।