नई दिल्ली। महिला किसी भी घर को स्वर्ग या नर्क बनाती है ऐसा आपने कई बार लोगों के मुंह से सुना होगा। यानि की घर को या तो कोई महिला संवार सकती है या उजाड़ सकती है ये सिर्फ और सिर्फ उसके ऊपर ही निर्भर करता है। किसी भी शादी में स्थिरता होनी बहुत जुरुरी होता है। अगर किसी शादी में स्थिरता नहीं होती है तो उस रिश्तें में काफी परेशानी देखने को मिलती है।
स्थिरता ना होने का कारण पुरुष और महिला दोनों में से कोई भी हो सकता है। आज हम मुख्य रुप से हम आपको महिलाओं को लेकर बताने वाले है कि ऐसे कौन से कारण होते है जिनकी वजह से महिलाओं की शादी टूट जाती है आज हम आपको उन ही कारणों के बारें में बताने वाले हैं। विवाह जैसे रिश्ते के टूटने के लिये पत्नियां भी पति के बराबर जिम्मेदार होती हैं। इस आर्टिकल में महिलाओं द्वारा की जाने वाली उन गलतियों के बारे में बताया गया है, जो अकसर शादी टूटने की वजह बनती है। तो चलिए, जानते हैं कि पत्नियों की कौन सी गलती विवाह के बंधन को तोड़ सकती है या टूटने की कगार पर लाकर खड़ा कर सकती है।
अवास्तविक उम्मीदें
जब किसी शादी में अवास्तविक उम्मीदें पैदा हो जाती हैं तो उस रिश्तें का टूटना लगभग तय हो जाता है। महिलाओं की दो तरह की अपेक्षाएं होती हैं। पहला तार्किक और दूसरा बेतुका-पत्नियों की बेतुकी और अवास्तविक अपेक्षाएं रिश्ते तोड़ने का काम करती हैं। एक व्यक्ति से पूर्णता की तलाश करना या कुछ ज़्यादा ही उम्मीद कर लेना और जब वह उस मापदंड पर पूरी तरह खरा नहीं उतरता तो उस पर दुख जताना, विवाह को तोड़ने का काम कर सकता है। बेहतर यह होगा कि यदि वह आपकी अपेक्षाओं को पूरा नहीं करता है तो साथ बैठकर चर्चा करें और वास्तविकता को जानने की कोशिश करें। वास्तविकता के आधार पर अपनी उम्मीदों को उड़ान दें, नहीं तो रिश्तों में खटास आना लाज़मी है।
नेगेटिव थिंकिंग
अगर आप अपने साथी को नीचा दिखाते है या अक्सर उन पर व्यंग कसते रहते हैं। तो आपका रिश्ता भी खतरें में पड़ सकता है। ऐसा करने से आपको पति को लगता है कि आप उनकी इज्जत नहीं करती हैं। इस वजह से आप दोनों के बीच में दूरियां पैदा होने लगती हैं। शादीशुदा होने के बावजूद दूसरे रिश्ते में सुकून खोजने लगते हैं। जब आप हर समय अपने पति को ताने देती हैं या व्यंग्य करती हैं तो ऐसे में वो विचलित हो जाते हैं और उनके सम्मान को ठेस पहुंचता है, जिसे वो संभाल नहीं पाते और रिश्ते टूटने के कगार पर पहुंच जाता है।
पति के साथ अतरंग होना
अगर आप अपने पति के साथ अतरंगता में संलग्न नहीं होती है और इससे आपके रिश्तें में परेशानी पैदा होती है। पति को आवश्यक यौन संबंध की कमी खलती है। यह विवाह में परेशानी का कारण बनता है और अकसर शादी टूटने के कगार पर पहुंच जाती है। यौन अंतरंगता पुरुषों की ज़रूरत होती है और पत्नी की तरफ से उसे पूरा ना करने पर विवाह में दिक्कतें आती हैं।
अपने पति के साथ खुश नहीं होना
जब आप अपने पति को ये दिखातें है कि आप उनसे खुश नहीं है तो इससे भी आपकी शादी टूट जाएगी। अगर आप हर चीज़ के लिये अपने पति को दोषी ठहराती हैं तो इससे घर और आप को लेकर उनकी रूचि कम होती जाती है। अपनी सभी परेशानियों के लिए अपने पति को दोषी ठहराना आपके रिश्ते के लिये विनाशकारी साबित हो सकता है।