नई दिल्ली। दीपावली पर्व न सिर्फ भारत में बल्कि अन्य देशों में भी जोरों शोरों से मनाया जाता है। दीपावली से जुड़ी हुई कथा और मान्यताएं हैं कहते हैं इस दिन राम, रावण का वध करके 14 वर्ष के बाद अयोध्या वापस आए थे और उनके स्वागत में पूरी अयोध्या नगरी को भव्य तरीके से सजाकर उनका स्वागत किया गया। तब से हर साल इस दिन दीवाली का पर्व मनाया जाने लगा। दीपावली का त्योहार सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। ये जापान, स्कॉटलैंड, थाईलैंड, कनाडा, इंग्लैंड अमेरिका के भी कई हिस्सों में मनाया जाता है। इन देशों में दीपाली की भाँति फायर फेस्टिवल मनाने का भी प्रचलन है।
थाइलैंड:-
थाइलैंड के लोग दीवाली की तरह ही लाम क्रियोंघ नाम का पर्व मनाते हैं जिसमें केले की पत्तियों से बने दीपक और धूप को रात में जलाया जाता है, इन दीपों में पैसे रखकर इन्हें नदी में बहा दिया जाता है। थाइलैंड में इस पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
स्कॉटलैंड:-
स्काटलैंड में जनवरी में लेर्विक स्थान पर एक विशाल प्रकाशोत्सव मनाए जाने का प्रचलन है जो अप हेली के नाम से जाना जाता है। स्काटलैंड में मनाया जाने वाला ये त्योहार एक तरह का दीवाली का ही दूसरा स्वरूप है, जिसमें पूरा शहर जगमगा उठता है। लोग समुद्री योद्धाओं जैसे कपड़े पहनकर हाथों में मशाल लेकर पूरे शहर में घूमते हैं।
इंग्लैंड:-
इंग्लैंड में इस त्योहार को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यहाँ ये सन 1605 से मनाया जाता है। पर्व में ऑटरी सेंट मैरी शहर को नजारा कुछ अलग ही होता है। आधी रात को पूरा शहर रोशन हो जाता है। 5 नवंबर को मनाए जाने वाले डेवन के बीच लोग सत्तरह फ्लैमिंग बैरल लेकर रोड पर मार्च करते हैं। बच्चे, बूढ़े. जवान हर उम्र के लोग पटाखे जलाते हैं। शहर में जगह- जगह बोर्नफायर भी जलाया जाता है।