नई दिल्ली। बजट 2020 पेश करने से पहले परंपरा का पालन करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम ने शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे। इस बार भी लाल कपड़े में बंधे बजट से लोगों को उम्मीद है। सीतारमण ने बीते साल 2019 के बजट पेश करने से पहले बजट को बही खाते का मान दिया था। राष्ट्रपति से अनुमोदन मिलने के बाद अब यह बजट मंत्रिमंडल से मंजूरी पाएगा जिसके बाद यह संसद में पेश होगा। बता दें बजट बनाने में वित्त मंत्री की टीम में पांच खास लोग हैं, जिन्हें हम बजट का मास्टरमाइंड भी कह सकते हैं।
वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी राजीव कुमार बैंकिंग सुधार में कड़े फैसले के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने बैंकों के रिकैपिटलाइजेशन के लिए बैंकों के विलय पर काम किया। माना जा रहा है कि इस बार के बजट में वह बैंकिंग सेक्टर को संकट से निकालने के साथ ही क्रेडिट ग्रोथ पर भी काम करेंगे। बीते साल जुलाई में कार्यकाल संभालने वाले अतनु सरकारी संपत्ति बिक्री के एक्सपर्ट माने जाते हैं। कार्यकाल संभलाने के बाद इकॉनमी की स्पीड पांच फीसदी से नीचे आ गई लेकिन उनकी अगुआई वाली टीम ने विकास को पटरी पर लगाने के लिए एक ट्रिलियन से ज्यादा का इंफ्रा प्लान तैयार किया।
हाल ही में वित्त मंत्रालय का हिस्सा बने टीवी सोमनाथन पहले पीएमओ में काम चुके हैं। ऐसे में उन्हें यह पता होगा पीएम नरेंद्र मोदी कैसा बजट चाहेंगे। सोमनाथन पर जिम्मेदारी है कि वह सरकारी खर्च को ऐसे मैनेज करें कि फिजूल खर्च में कमी आए और मांग को बढ़ावा मिले। अजय भूषण पांडे के बारे में माना जाता है कि वह ऐसे अफसर हैं जिन पर ज्यादा दबाव है क्योंकि सुस्ती के माहौल में रेवेन्यू कलेक्शन कम हुआ है। माना जा रहा है कि वह डायरेक्ट टैक्स कोड के कुछ प्रस्तावों पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं।