चंडीगढ़। देशभर के रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के लिए मानक तय किए गए हैं। ऑरेंज और ग्रीन जोन में थोड़ी रियायतों की घोषणा की गई है, लेकिन पंजाब का कोई भी ऐसा जिला नहीं है जो ग्रीन जोन में शामिल हो, इसलिए पंजाब को अभी किसी भी जिले में पूरी रियायत नहीं मिलेगी। पंजाब के 22 जिलों में से 10 जिले रेड जोन में हैं, जबकि शेष 12 जिले ऑरेंज जोन में हैं। वीरवार तक फाजिल्का ऐसा जिला था, जो ग्रीन जोन में शामिल हो सकता था, लेकिन यहां भी गत दिवस चार मामले सामने आ गए। इसके कारण यह जिला भी ग्रीन जोन में शामिल होने से रह गया।
बता दें कि पंजाब में स्थिति पटरी पर आने लगी थी, लेकिन राज्य में महाराष्ट्र के नांदेड़ के श्री हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालुओं के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ गई। इसके कारण राज्य का कोई भी ऐसा जिला नहीं छूटा जहां अब संक्रमित मरीज न हों। राज्य में कुल 718 मरीज हैं, जिनमें 321 हजूर साहिब से लौटे हैं।
मरीजों केे बढ़ते आंकड़ों के कारण पंजाब का कोई भी जिला ग्रीन जोन में नहीं है। राज्य सरकार के लिए अब बड़ी चुनौती है कि कैसे वह इतने लंबे समय तक राज्य की आर्थिक गतिविधियों को रोककर आर्थिक मोर्चे पर सरकार की स्थिति को संभालती है।
पंजाब के दस जिले रेड जोन में हैं। पंद्रह या उससे ज्यादा केस वाले जिलों को रेड जोन में रखा गया है। ऐसे दस जिले हैं। चूंकि एक भी जिला ऐसा नहीं बचा है जिसमें कोई केस न हो, इसलिए ग्रीन जोन में कोई जिला नहीं है। एक से 14 पॉजिटिव केस वाले जिले ऑरेंज जोन में हैं। रेड जोन वाले जिलों को छोड़कर बाकी 12 जिले ऑरेंज में हैं।
मानकों के अनुसार ये जिले हैं रेड जोन में
- जालंधर
- लुधियाना
- अमृतसर
- पटियाला
- मोहाली
- होशियारपुर
- फिरोजपुर
- पठानकोट
- नवांशहर
- तरनतारन
मानकों के अनुसार ऑरेंज जोन वाले जिले
- बठिंडा
- फरीदकोट
- फतेहगढ़ साहिब
- गुरदासपुर
- कपूरथला
- मानसा
- मोगा
- मुक्तसर
- रूपनगर
- संगरूर
- बरनाला
- फाजिल्का