एजेंसी, नई दिल्ली। अंजीर के पेड़ की छाल चिकनी और सफेद रंग की होती है। अंजीर कई बीजों के साथ बेल के आकार का फल होता है और इसे पका हुआ या सूखा खाया जा सकता है। हिमालय और शिवालिक एरिया में यह बहुतायत पाए जाते हैं। ईरान, भारत और मध्य-पूर्व के देशों में रहने वाले इसका सेवन अधिक मात्रा में करते हैं।
अंजीर के विभिन्न प्रकार :
- ब्लैक मिशन: बाहर से इसका रंग काला या हल्का बैंगनी होता है, जबकि अंदर से गुलाबी होता है। यह अंजीर न सिर्फ खाने में मीठी होती है, बल्कि इसमें रस भी होता है। इसे केक या खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
- कडोटा: यह अंजीर हरे रंग की होती है और बैंगनी रंग का गुदा होता है। यह अंजीर के सभी किस्मों में सबसे कम मीठी होती है। इसे कच्चा खाया जा सकता है, लेकिन इसे गर्म करके और ऊपर हल्का नमक डालकर भी खाया जा सकता है।
- कैलीमिरना: यह बाहर से हरे-पीले रंग की होती है। इसका आकार अन्य किस्मों के मुकाबले सबसे बड़ा होता है और इसका स्वाद भी सबसे अलग होता है।
- ब्राउन तुर्की: इस अंजीर का बाहरी रंग बैंगनी और गुदा लाल होता है। इसका स्वाद हल्का और कम मीठा होता है। इसका प्रयोग सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- एड्रियाटिक: इसकी बाहरी परत हल्की हरी और अंदर से गुलाबी होती है। इसका रंग हल्का होने के कारण इसे सफेद अंजीर भी कहा जाता है। यह सबसे मीठी होती है और इसे फल के तौर पर खाया जा सकता है।