लखनऊ: 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है, इस दौरान अलग-अलग हिस्सों में लोगों से स्वच्छ रक्तदान करने की अपील की जाती है। रक्तदान करने का शरीर पर बहुत सकारात्मक असर होता है, एक स्वस्थ व्यक्ति को अपना रक्त जरूर दान करना चाहिए।
रक्तदान से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातें
कोई भी व्यक्ति जिसका स्वास्थ्य सही है और उसकी उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच है। वह अपना खून दान कर सकता है। पीलिया, मलेरिया, हीमोफीलिया, एड्स, एनीमिया जैसी बीमारी से ग्रसित लोगों को रक्तदान नहीं करना चाहिए। रक्तदान करते समय हीमोग्लोबिन की मात्रा 12 मिलीग्राम से अधिक होनी चाहिए, इससे कम होने पर रक्तदान करने से बचना चाहिए।
कोई भी व्यक्ति जब रक्तदान करने जाता है तो उसके शरीर से केवल एक यूनिट ब्लड लिया जाता है। आपको बता दें कि सामान्य व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिट खून होता है, यानी 5-6 लीटर की मात्रा शरीर में होती है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए इतनी मात्रा सही मानी जाती है।
3 से 4 महीने पर कर सकते हैं रक्तदान
डॉक्टरों की सलाह यह है कि अगर स्वस्थ पुरुष है तो वह हर 3 महीने पर अपना रक्तदान कर सकता है। वहीं महिलाएं 4 महीने के अंतराल पर रक्तदान कर सकती हैं। डॉक्टर यह भी सलाह देते हैं कि समय-समय पर रक्तदान करने से शरीर की इम्यूनिटी अच्छी होती है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इतना ही नहीं ब्लड कैंसर जैसी बीमारी के होने का खतरा भी कम हो जाता है।
रक्तदान करने से दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की भी संख्या बढ़ती है और इससे सेहत पर सकारात्मक असर होता है। वजन बढ़ने की समस्या भी कम हो जाती है और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी कम रहता है।