लखनऊ: आज तीन हजार स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य भवन को घेरा। स्वास्थ्य कर्मियों की भीड़ इतनी ज्यादा था कि भवन का परिसर भी छोटा पड़ गया।
संगठन द्वारा महिला सदस्यों को 1000 किलोमीटर से अधिक दूर किए गए स्थानांतरण के मुद्दे को उठाने के उपरांत निदेशक प्रशासन महोदय द्वारा लगभग ढाई सौ स्थानांतरण संशोधित करते हुए आसपास के जिलों में महिला कर्मियों को तैनाती दी गई। लेकिन दिव्यांगों, युगल दंपत्ति, दो वर्ष से कम सेवानिवृत्त, गंभीर बीमारी पदाधिकारियों आदि पर कोई विचार निदेशक प्रशासन द्वारा नहीं किया गया।
- स्वास्थ्य भवन को कर्मचारियों ने घेरकर रखी अपनी मांगे
- ढाई सौ महिला कर्मचारियों के संशोधित आदेश जारी
- महिलाओं कर्मियों को निकट जनपदों में तैनात किया गया
- दिव्यांग युगल दंपत्ति,बीमार कर्मियों पर विचार नहीं
- दो वर्ष से कम, गंभीर बीमारी, पदाधिकारियों पर विचार नहीं
- मिनिस्ट्रियल के इस आंदोलन को विभागीय गैर विभागीय सभी संगठनों का समर्थन प्राप्त
- 3 हजार से अधिक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
- पुरुषों को तीन विकल्प के आधार पर तैनाती
तीन विकल्प के आधार पर तैनाती नहीं मानी गई
पुरुषों को तीन विकल्प के आधार पर निकट जनपदों में तैनाती देने का प्रस्ताव भी निदेशक प्रशासन द्वारा नहीं माना गया। संशोधित सूची जारी होने से यह साबित हो चुका है कि निदेशक प्रशासन महोदय द्वारा अनियमित रूप से स्थानांतरण किए गए । संगठन की बात सच साबित हुई, संगठन पुनः तीनों स्थानांतरण सूची निरस्त किए जाने एवं निदेशक प्रशाशन को निलंबित कर जांच की मांग करता है।
मिनिस्ट्रियल संवर्ग एवं अन्य सहयोगी संगठन साथियों के साथ लगभग 3000 से अधिक कर्मचारियों ने स्वास्थ भवन को घेरा।
उत्पीड़न के खिलाफ संगठन
मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन द्वारा जारी इस आंदोलन को प्रदेश के विभिन्न विभागीय गैर विभागीय संगठनों का समर्थन प्राप्त है । सभी संगठनों ने यह कहा है कि अगर मिनिस्ट्रियल के साथ इस आंदोलन में कोई कार्यवाही की गई तो उत्पीड़न के विरुद्ध सभी संगठन इसमें शामिल हो जाएंगे।