लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर ने देश के साथ उत्तर प्रदेश को पूरी तरह हिला दिया है। हालांकि यूपी में कोरोना पर लगाम लगती दिख रही है। इस बीच विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की भी घोषणा कर दी है। इसको देखते हुए योगी सरकार ने विशेष तैयारी करनी शुरू कर दी है।
जेई-एईएस को खत्म करने वाली रणनीति कोरोना पर लगाएगी लगाम
गुरूवार को सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान कोरोना पर लगाम लगाने की रणनीति तैयार की गई। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए रणनीति तैयार करने पर भी चर्चा हुई।
इस दौरान सीएम ने कहा कि चार दशकों तक मासूम बच्चों के असमय काल-कवलित होने का कारण रहे जापानी इंसेफेलाइटिस और एईएस पर प्रभावी नियंत्रण कर बच्चों को सुरक्षित जीवन देने की दिशा में उत्तर प्रदेश ने पूरी प्रतिबद्धता से कार्य किया है। आज इस बीमारी से मृत्यु की संख्या में 95 फीसदी तक कमी आ चुकी है। जेई की रोकथाम में हमारा अनुभव कोरोना की तीसरी लहर में अति उपयोगी होगा।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमने जेई व एईएस को खत्म करने का प्रण लिया था और उसमें सफल होते दिख रहे हैं, वैसे ही एकदिन हम कोरोना के खिलाफ भी सफल होंगे। इसके लिए अभी से तैयारी करनी होगी। जो चूक कोरोना की दूसरी लहर को भांपने में हुई थी, उसको फिर ना दोहराने की नसीहत भी दी गई।
कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा
कोरोना की तीसरी लहर के बारे में विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि इस दौरान बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। ऐसे में चिंता होना लाजिमी है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि तीसरी लहर अब इतनी खतरनाक नहीं होगी। अगर हम सतर्क रहेंगे तो इसको और फैलने से रोक सकते हैं।