कानपुर: लखनऊ-कानपुर हाइवे पर एक अप्रैल तक रूट डायवर्जन रहेगा। दरअसल, जाजमऊ के गंगा पुल की मरम्मत होनी है, जिसके लिए ये सारी कवायद की जा रही है। उधर, उन्नाव पुलिस ने बदरका चौराहे पर राजधानी लखनऊ से कानपुर की ओर आने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है। जरूरत पड़ने पर मरम्मत के लिए पुल को पांच दिन के लिए और बंद रखा जाएगा।
शनिवार को ट्रैफिक के डायवर्ट होने से दूसरे दिन हाइवे की दोनों लेनों पर भारी जाम लग गया। उधर, हरी झंडी मिलते ही कानपुर में नेशनल हाइवे प्राधिकरण ने गंगा पुल के मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
1975 में चालू हुआ था पुराना गंगा पुल
बता दें कि जाजमऊ का पुराना गंगा पुल 1975 में चालू हुआ था, उस पुल के बनने से पहले भारी और हल्के वाहन शुक्लागंज के पुराने पुल से उन्नाव जिले होते हुए राजधानी लखनऊ की ओर जाते थे। 2009 में और इसके बाद बीते साल में इस पुल की मरम्मत की गई, लेकिन ये पुल एक बार फिर टूट गया।
गौरतलब है कि तीन साल पहले नोएडा की कंपनी ने परीक्षण के बाद रिपोर्ट दी थी कि गंगा पुल की मरम्मत की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया था कि पुल के बीयरिंग, बेड ब्लॉक, फुटपाथ और नीचे के स्लैब जर्जर हो चुके हैं। कपनी के अनुसार, बिटुमिन्स मैस्टिक सड़क बनाने के बाद ही पुल का इस्तेमाल किया जाए।
क्या है पुल के जर्जर होने का कारण
राजधानी लखनऊ को जाने वाले नए पुल के 2001 में निर्माण से पहले 26 साल तक इसी पुल का इस्तेमाल होता था। तब इस पुल पर भारी आवाजाही रहती थी, इससे ये पुल कमजोर हो गया। इस पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी तब पीड्ब्ल्यूडी के पास थी।
इसके बाद इसकी जिम्मेदारी एनएचएआई को 2006 में सौंप दी गई, लेकिन पुल की ठीक प्रकार से मरम्मत नहीं की गई। इससे पुल धीरे-धीरे डैमेज हो गया। विदित हो कि नियम के मुताबिक किसी भी पुल की मरम्मत हर साल होनी चाहिये, लेकिन इसका पालन पिछले 30 साल से नहीं किया जा रहा था।