जयपुर। एक तरफ देशभर में लोग आरक्षण की मांग कर रहे हैं, देश के हर जाति वर्ग को अपने समाज के लिए सरकार से आरक्षण चाहिए। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की चार जातियों को आरक्षण मिलने के बाद भी वो आरक्षण का लाभ नहीं उठा पा रहे थे, जिसको लेकर उन्होंने राज्य की वसुंधरा सरकार के सामने इस मसले को रखा था। वहीं इन चार जातियों को लेकर चल रहा विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद बन गई है और इनके प्रमाण-पत्र आसानी से बन सकेंगे। दरअसल राजस्थान पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिश से तत्कालीन राज्य सरकार ने सात जुलाई 2013 में ओबीसी की सूची में नगारची, दमामी, राणा, बायती के आगे मुस्लिम कर दिया था, जिसके चलते इन जातियों के लोग आरक्षण का लाभ नहीं उठा पा रहे थे।
इसके चलते पिछले पांच साल से इसको लेकर इन जातियों के लोगों में खासा आक्रोश था, जिसको लेकर राजस्थान कैबिनेट की आज हुई बैठक में हुई इस समस्या को दूर करने का निर्णय किया गया है। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि इन जातियों के आगे से मुस्लिम शब्द हटाने के लिए नियमों में संशोधन किया जाएगा, ताकि इन हिंदू जातियों को ओबीसी के तहत आरक्षण का लाभ मिल सके। इसके अलावा एक अन्य जाति के नाम में भी संशोधन किया जाएगा। सूची में रेवासी है, इसे देवासी किया जाएगा। इससे देवासी जाति को भी ओबीसी के लाभ मिलने में आ रही दिक्कतों को दूर हो सकेगी।