बिहार भारत खबर विशेष राज्य

कटौती से त्रस्त कहलगांव के लोग पुनः बिजली आंदोलन की ओर, हो सकता है बड़ा बवाल

ntpc bihar कटौती से त्रस्त कहलगांव के लोग पुनः बिजली आंदोलन की ओर, हो सकता है बड़ा बवाल
  • अतीश दीपंकर, भारत खबर

भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिला के कहलगांव में पुनः बिजली आंदोलन की ओर अग्रसीत हो रहा है। कहलगांव में पुनः बिजली आंदोलन हो जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, इसकी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है ऐसा कहा जा रहा है। बिजली से त्रस्त शहर एवं कहलगांव के आस-पास के लोगों में बिजली कटौती को लेकर खासे आक्रोश देखा जा रहा है। इस आक्रोश के कोख में पुनः बिजली आंदोलन पल रहा है। बिजली के लिए फिर से एक बार कहलगांव में आंदोलन हो जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी , ऐसी चर्चा है।

पिछले आंदेालन में हुआ था बड़ा बवाल

ज्ञातव्य है कि कहलगांव में बिजली पाने के लिए एक बहुत बड़ा आंदोलन हुआ था जिसमें कुछ लोग मारे गए थे। घटना के बाबत सरकार और स्थानीय प्रशासन से कहलगांव के लोगों को आश्वासन मिला था कि अब कहलगांव में बिजली की समस्या उत्पन्न नहीं होगी।
कुछ साल तक तो आश्वासन ठीक रहा लेकिन, फिर वही बिजली की समस्या धीरे-धीरे उत्पन्न होने लगी। यहां के लोगों को दुख तो तब होता है जब कहलगांव में बिजली बनती है और इसका लाभ बाहर के लोगों को मिलता है।

एनटीपीसी का प्रदूषण तो झेल रहे लेकिन नहीं मिल रही बिजली

ज्ञातव्य है कि कहलगांव में एनटीपीसी है। एनटीपीसी से होने वाले धुआं, धूल आदि को कहलगांव एवं इसके आस-पास के लोगों को सहना पड़ता है। जबकि एनटीपीसी से होने वाले बिजली का फायदा यहां के लोगों को नहीं मिल पाता है। लोगों का तो यह भी कहना है कि 5 किलोमीटर के दायरे में एनटीपीसी को कम रेट पर 24 घंटे बिजली देनी चाहिए ,ऐसा कहा जा रहा है लेकिन एनटीपीसी की बिजली यहां के लोगों को नहीं मिलती।

कहल गांव में एनटीपीसी रहते हुए कहलगांव के लोगों को बिजली नहीं मिल पाती है जबकि यहां की बिजली बाहर के लोगों को जाती है। यानी दीप तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ यहां हो रही है । इसे लेकर भी लोगों में आक्रोश है ऐसा कहा जा रहा है। इन्हीं सब समस्याओं को लेकर अंततः कहलगांव शहर के गांगुली पार्क विक्रमशिला विहार में आज सर्वदलीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रवीण कुमार राणा ने किया।

विद्युत आपूर्ति ठीक होनी ही चाहिए

सर्वदलीय समिति के लोगों ने कहा कि प्रकृति की मार भीषण गर्मी में कहलगांव एवं आसपास के इलाके में विद्युत आपूर्ति की समस्याओं को लेकर मजबूरन बैठक आहूत करना पड़ा। लोगों ने कहा कि कहलगांव तथा इसके आस -पास के इलाके में बार-बार विद्युत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है । कहा गया कि सिर्फ 7 से 8 घंटे ही विद्युत आपूर्ति बहाल होती है, चाहे जिस भी कारण से विद्युत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही हो। सर्वदलीय समिति के लोगों ने कहा कि नगर से लेकर ग्रामीण इलाके के लोगों का आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

देखा जाए तो इस भीषण गर्मी में विद्युत कटने की प्रक्रिया प्रत्येक 20 – 30 मिनट पर हुआ करता है । आपूर्ति बाधित होने पर आम जन -जीवन, व्यापार, उद्योग- धंधे, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा पेयजल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विद्युत आपूर्ति नहीं रहने पर कहलगांव में पेयजल आपूर्ति पर काफी प्रभाव पड़ा है।

स्पष्ट है कि कहलगांव टाउन में पानी सप्लाई 3 भाग में बांटकर किया जाता है । 5 से 6 घंटे लगातार विद्युत आपूर्ति होगी तभी टंकी में पानी संध्या के मध्य रात्रि तक भरा जा सकेगा । इस पानी को सुबह रेलवे लाइन के पूर्वी भाग वार्ड नंबर 14 से लेकर 17 तक में पानी आपूर्ति की जा सकती है। दूसरा भाग प्रातः 9:00 बजे से 11:00 बजे तक पानी बोरिंग से सीधे वार्ड नं० 1 से 9 तक दिया जाता है तथा तीसरा भाग संध्या 3:00 बजे से 5:00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर वार्ड नंबर 10 से 13 तक पानी सप्लाई दिया जाता है।

विदित हो कि पानी का लेयर इस भीषण गर्मी में दूर हो गया है ! चापाकल नहीं चल पा रहा है। कई बोरिंग सूख गए हैं। जिसमें पेयजल आपूर्ति की समस्या उत्पन्न हो गयी है। दूसरी ओर गर्मी पीछा नहीं छोड़ रहा है। सर्वदलीय समिति के लोगों ने कहा कि विद्युत सही ढंग से आपूर्ति नहीं होने पर आम नागरिकों का गुस्सा फूटने की स्थिति में है। इस कारण आज आकस्मिक बैठक आहूत करना पड़ा ।

बैठक में निर्णय लिया गया कि विद्युत विभाग और प्रशासनिक विभाग के पदाधिकारी से मिलकर समिति के लोग ज्ञापन देंगे। इसके बावजूद अगर 48 घंटे के अंदर विद्युत आपूर्ति नहीं होती है तो आम नागरिक सहित समिति के लोग सड़क पर उतरने के लिए विवश होंगे । विद्युत कार्यालय में भी ताला जड़ दिया जाएगा । इसकी सुचना विधिवत रूप से विद्युत विभाग तथा अनुमंडल पदाधिकारी को भी संज्ञान में दे दिया जायगा।

दुबारा आंदोलन होगा तो विद्युत विभाग होगा जिम्मेदार

सर्वदलीय समिति द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि वर्ष 2008 में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी थी। जिससे तंग आकर कहलगांव तथा आसपास के आम नागरिकों का गुस्सा सड़क पर उतर गया था। लोग विवश थे। वह एक आंदोलन का रूप ले लिया था। ऐसी घटनाएं दुहराई नहीं जाय । इसके लिए विद्युत विभाग सचेत हो जाए। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो । इससे पहले कि विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो जाए। इसकी सूचना अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव को दिया जाए ताकि स- समय विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार हो सके ।

ये रहे मौजूद

बैठक में प्रवीण कुमार राणा, पवन कुमार भारती, सुजीत कुमार मिश्रा, दिवाकर सिन्हा, चीकू सिंह रघुवंशी, नितिन कुमार, संजीव कुमार, प्रो० राजकुमार साह, मोहम्मद रिजवान हुसैन, पप्पू यादव, राज किशोर “पप्पू”, दिलीप कुमार गुप्ता, दीपक कुमार दास, पंचानंद पंचम, रितेश रंजन पासवान के अलावे दर्जनों समिति के सदस्य उपस्थित हुए।

Related posts

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बने जेपी नड्डा, मोदी ने दी बधाई

bharatkhabar

मदरसे रेप केस में बड़ा खुलासा: नाबालिग नहीं बालिग है आरोपी

rituraj

राजद और ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ हिंदुस्तान को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं: गिरिराज सिंह

Rani Naqvi