जोधपुर। माहे रमजान का सबसे महत्वपूर्ण चौथा और अंतिम जुमा जुमातुल विदा शुक्रवार को अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जुमातुल विदा की नमाज के लिए मस्जिदों में खास प्रबंध किए गए। दोपहर में सभी मस्जिदों में जुमातुल विदा की नमाज अदा की गई। महिलाएं ने घरों में नमाज अदा की। सभी अकीदतमंदों ने अल्लाह से बरकत के साथ ही अमन-चैन की दुआएं मांगी।
बता दें कि माहे रमजान के चौथे व आखिरी जुमे को जालोरी गेट स्थित बड़ी ईदगाह सहित दीगर मस्जिदों में रोजेदारों और अकीदमंदों ने बड़ी तादाद में नमाज अदा की। रमजान का महीना विदा होने में तीन दिन बचे हैं। रविवार को चांद नजर आने अथवा शहादत मिलने पर ईद सोमवार को मनाई जाएगी। बारिश के बाद खुशगवार हुए मौसम से रोजेदारों ने राहत महसूस की।
वहीं बारिश को देखते हुए शुक्रवार को मस्जिदों में विशेष इन्तजाम किए गए। कई मस्जिदों इतनी बड़ी तादाद में नमाजी पहुंचे कि उन्हें सडक़ पर नमाज पढऩी पड़ी। महिलाओं ने घरों में सामूहिक रूप से नमाज अदा की। अंतिम जुमा होने के कारण कई छोटे बच्चों और बुजुर्गों ने भी रोजा रखा और वे भी अपने परिवार के साथ नमाज पढऩे आए।
ईद की तैयारियां शुरू
साथ ही आखिरी जुमे की नमाज के साथ ही घरों में ईद की तैयारियां शुरू हो गई। हर मुस्लिम घर में आज खुशी का माहौल देखने को मिला। शहर के बाजारों में रौनक बढ़ गई। रोजों के चलते बाजारों में अब अलग ही आलम नजर आ रहा है। हर तरफ फल, फूल, मिठाई, सेवइयां और खजूर के ठेले नजर आ रहे हैं। रोजों में इन चीजों की मांग के चलते इनकी कीमतों में दस से बीस फीसदी इजाफा भी हुआ है। माहे रमजान में गुनाहों से तौबा व इबादत की महत्वपूर्ण 29 वीं शबे कद्र शनिवार को मनाई जाएगी। रोजेदारों की ओर से रोजे व नमाज को कुबूल करने और पवित्र माह के दौरान इबादत में हुई कोताही के लिए अल्लाह से माफी मांगी जाएंगी।