कानपुर: देश की राजनीति को गरमा देने वाला बिकरू कांड का वांछित अपराधी रावेंद्र कुमार बाजपेयी गिरफ्तार कर लिया गया हैं। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में नामजद आखिरी बदमाश भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने 50 हजार के इनामी रावेंद्र कुमार बाजपेयी को गिरफ्तार कर लिया हैं।
कानपुर के चौबेपुर थाना की फोर्स ने बिकरु कांड के आखिरी आरोपी रावेंद्र कुमार बाजपेयी को गिरफ्तार कर लिया। रावेंद्र लगभग दो महीना से फरार चल रहा था। 50 हजार के इनामी रावेंद्र के पास से पुलिस ने बिकरू कांड में इस्तेमाल की जाने वाली राइफल के साथ बड़ी मात्रा में कारतूस भी बरामद किया हैं।
एसटीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार
बता दें कि बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी रावेंद्र को एसटीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस का दावा है घटना के दौरान वह गोलियां बरसा रहा था। पुलिस ने उसे बाबा कुआं चौराहे से गिरफ्तार किया हैं। उसके पास 315 की एक रायफल, एक कारतूस व चार खोखे बरामद किए हैं। बिकरु कांड में शामिल रावेंद्र बाजपेई भी विकास दुबे के खास गुर्गों में था। पुलिस टीम उससे घटना से जुड़े बिंदुओ पर पूछताछ कर रही हैं।
पहले भी कई अपराधियों को किया गिरफ्तार
कानपूर पुलिस विकास दुबे के गैंग के सदस्यों को इससे पहले भी गिरफ्तार कर चुकी हैं। पुलिस अब इनकी निशानदेही पर असलाह तथा अन्य सामान एकत्र करने में जुटी हुई हैं दो जुलाई की रात को विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस टीम हमला क्या था। जिसमे इन्हीं असलहों से हमला बोला था। पुलिस को विकास दुबे के गुर्गे धर्मेंद्र, शिवम दुबे, गोविंद सैनी और विष्णु पाल से पूछताछ में असलहों की जानकारी मिली। इन चारों ने माती कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हेंं रिमांड पर लिया। इनसे पुलिस टीम पर हमला में प्रयुक्त एक डीवीवीएल बंदूक व राइफल के साथ तीन तमंचे मिले हैं। इनके अलावा पांच देसी बम और भारी संख्या में कारतूस भी मिले हैं।