बाँदा। अधिवक्ता संघ के शताब्दी समारोह में बाँदा पहुँचे प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने न्यायालयों में जजों की कमी को न्याय के लिए नुकसानदेह बताया। न्याय में देरी,न्याय की हत्या के फार्मूले पर ही उनका बयान केंद्रित रहा। सियासी मामलो पर टिप्पणी से चर्चित राज्यपाल आज राजनैतिक मामलो पर खामोश ही रहे। नोटबंदी के सवाल पर भी उन्होंने बोलने से मना कर दिया।
निर्धारित कार्यक्रम से डेढ़ घंटे विलम्ब से बाँदा पहुंचे राज्यपाल पुलिसलाइन हेलीपैड से सीधे डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन पहुँचे जहाँ अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष और मौजूद सैकड़ो अधिवक्ताओ ने उनका शाल देकर सम्मान किया। राज्यपाल ने इस मौके पर बार शताब्दी द्वार का लोकार्पण किया और समारोह की अध्यक्षता की।
अपने संबोधन में उन्होंने कोर्ट में जजों की कमी पर चिंता ज़ाहिर की और न्याय में देरी को न्याय के लिए नुक्सान देह बनाया। राज्यपाल ने कहा कि सरकार जजों की नियुक्ति के लिए संवेदनशील है और नियुक्तियां उसकी प्राथमिकता में हैं।
(पंकज द्विवेदी, संवाददाता)