मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 का आगाज चार अप्रैल से हो रहा है। इस बार भारत की तरफ से ध्वजवाहक के रूप में स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को चुना गया है। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने इसकी घोषण की है। इस घोषणा को लेकर माना जा रहा है कि आईओए ने पीवी सिंधु को रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने का ईनाम दिया है। हालांकि इससे पहले ध्वजवाहक के रूप में सायना नेहवाल, एमसी मैरीकॉम और साक्षी मलिक के नामों की भी चर्चा रही थी,लेकिन ये मौका सिंधु को दिया गया है। बता दें कि सिंधु भारत के 220 खिलाड़ियों का नेतृत्व करेंगी।
एथेंस ओलिंपिक 2004 में लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने भारत के लिए ध्वजवाहक की भूमिका निभाई थी। इसके 14 साल बाद किसी बड़े खेल आयोजन में महिला एथलीट को ध्वजवाहक बनने को मौका दिया गया है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 का आयोजन नई दिल्ली में किया गया था। इसमें भारतीय खिलाड़ियों ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 36 ब्राॅन्ज मेडल जीते। 101 मेडल के साथ भारत दूसरे स्थान पर रहा। ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 में भारत ने 15 गोल्ड, 30 सिल्वर और 19 ब्राॅन्ज मेडल जीते थे। 64 मेडल के साथ भारत 5वें स्थान पर रहा । मेलबॉर्न कॉमनवेल्थ गेम्स 2006 में भारत ने 22 गोल्ड, 17 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल। 49 मेडल के साथ भारत चौथे स्थान पर रहा।