रियाद। यूं तो विश्व में लगभग हर देश के पास रोबोट है,लेकिन इस मामलें में सऊदी अरब ने रोबोट के जनक जापान को भी पीछे छोड़ दिया है। दरअसल सऊदी अरब एक रोबोट को सिटिजनशिप देने वाला पहला देश बन गया है। सऊदी ने इस रोबोट को सोफिया नाम दिया है। सऊदी की पब्लिक रिलेशन अफेयर्स कमेटी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हेंडल पर रोबोट को सिटिजनशिप देने का ऐलान करते हुए कहा कि सोफिया रोबोट दुनिया की पहली रोबोट है जिसे सऊदी ने नागरिकता दी है। वहीं सऊदी की नागरिकता मिलने के बाद सोफिया ने शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं इस गौरव के लिए काफी सम्मानित महसूस कर रही हूं। सोफिया ने कहा कि पहली बार रोबोट को नागरिकता देना ऐतिहासिक क्षण हैं और मैं लोगों के बीच में भरोसा कायम करने का काम करूंगी।
नागरिकता मिलने के बाद सोफिया रियाद में हो रहे फ्यूचर इन्वेस्टमेंट समिट में बतौर स्पीकर हिस्सा ले रही है। इस समिट में देश में मॉडर्नाइजेशन के लिए इन्वेस्टमेंट बढ़ाने पर चर्चा हो रही है। इस समिट में सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि देश को मॉडर्न बनाने के प्लान के तहत वो लिबरल इस्लाम की वापसी चाहते हैं। बता दें कि सोफिया को इंसानों के बीच में उन्ही के तौर तरीकों से रहना सिखाया गया है और उसे हांगकांग के हैनसन रोबोटिक्स ने बनाया है।
अगर सोफिया के फिचर्स के बारे में बात करे तो वो चेहरे पर आने वाले एक्सप्रेशंस पहचानने और किसी के भी साथ नॉर्मल बातचीत कर सकती है। इसमें इंसान की तरह अलग-अलग इमोशंस को भी डाला गया है। जिस तरह हमारी आंखे तेज और धीमी रोशनी के हिसाब से बदलती रहती है, ठिक उसी तरह से सोफिया की आंखे भी बनाई गई है। सोफिया रॉक,पेपर, सीजर गेम में जीत भी दर्ज कर चुकी है। सोफिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आप लोग एलन मस्क को कुछ ज्यादा ही पढ़ा रहे हैं। खुद को इस्तेमाल करने के सवाल पर उसने कहा कि मैं खुद को मानव मुल्य के आधार पर सेंसटिव बनाने की कोशिश करूंगी।
वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर भी सोफिया छाई रही। कुछ लोगों ने पूछा कि सोफिया को सऊदी अरब ने नागरिकता दी है, तो क्या वो वहां के रूल फोलो करते हुए अपने चेहरे को हिजाब से कवर करेंगी। वहीं मर्तजा नाम की एक पत्रकार ने लिखा की सऊदी ने वहां सालों से काम कर रहे कफाला वर्कर्स से पहले एक रोबोट को नागरिकता दे दी ‘गजब’।
लेबनानी पत्रकार ने लिखा की क्या जमाना आ गया है दुनिया में लाखों लोगों की पहचान ही नहीं है और एक देश रोबोट को नागरिकता दे रहा है। लेबनानी पत्रकार के इस ब्लॉग को 20 हजार से भी ज्यादा लोगों ने शेयर किया।