मेरठ। ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के पुलिस के सारे दावे व उपाय उस वक्त फेल हो गए जब दोपहर बाद खरीदार सड़क पर उतरे। प्रमुख बाजारों में पैर रखने तक की जगह नहीं बची। नो एंट्री में भी बड़ी गाड़ियां घुस गईं। नतीजतन, जगह-जगह जाम लगा गया। जाम में वाहन घंटों फंसे रहे। सुबह से शाम तक पूरा शहर जाम से जूझता रहा।
सेंट्रल मार्केट, आबूलेन, सदर बाजार, सर्राफा मार्केट, वैली बाजार, इंद्रा चैक, हापुड़ अड्डा, हंस चैपला दिनभर जाम से जूझते रहे। ट्रैफिक पुलिस ने प्रमुख बाजारों में चार पहिया गाड़ियों की नो एंट्री की योजना बनाई थी, जो बेदम साबित हुई। लोग अपने वाहनों को मार्केट में अंदर तक ले गए। ऐसे में मार्केटों-बाजारों का जाम निकलकर प्रमुख मार्गों तक आ गया। बाजारों में पैदल निकलने तक की जगह नहीं बच सकी। बेगमपुल से मेट्रो प्लाजा तक का सफर पूरा करने में लोगों को एक घंटा लग गया। लोग भीषण जाम से बिलबिला उठे।
इस दौरान ट्रैफिक पुलिस भी नदारद दिखी। हर कोई जाम से परेशान नजर आया। वहीं बेगमपुल से लेकर लालकुर्ती पैंठ तक भी काफी लोग जाम में फंसे रहे। शारदा रोड पर भी लंबे जाम ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। ब्रह्मपुरी सीओ कार्यालय से दिल्ली रोड तक का सफर तय करने में बीस मिनट तक लग गए। रही-सही कसर दुकानदारों के अतिक्रमण ने पूरी कर दी। दुकानें आगे तक लगी हुई थीं। इस वजह से जाम और ज्यादा देर तक लगा रहा। प्रमुख बाजारों में चौपहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगाई गई तो व्यापारी आपत्ति जताने लगे। जिसके बाद एंट्री में थोड़ी ढील दी गई।