नई दिल्ली। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस अपने अपने तरीकों से वोट बैंक अपनी ओर करने की कोशिश कर रही है। बता दें कि राजस्थान चुनाव को लेकर एक खबर सामने आ रही है जिसमें कहा जा रहा है कि भाजपा आरएसएस के स्वयंसेवकों की तर्ज पर राजस्थान में 200 विधानसभा पर अपना विस्तार करने की तैयारी कर रही है।
विधानसभा क्षेत्रों में किया जाएगा नियुक्त
इन विस्तारकों को स्वयंसेवकों की तरह ही प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद इन्हे प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में नियुक्त किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो आरएसएस के स्वयंसेवकों की तर्ज पर ये विस्तार विधानसभा पहुंच जाएंगे और आरएसएस के स्वयंसेवकों की तर्ज पर विस्तारक पोलिंग बूथ मैनेजमेंट से लेकर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान कराने की रणनीति के तहत काम करेंगे। 200 विस्तारकों को आईटी,सोशल मीडिया,केन्द्र एवं राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं,कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों की विफलताओं को लेकर इन दिनों प्रदेश में पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही पिछले लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का चुनाव प्रबंधन देखने वाले प्रोफेशनल्स भी चुनाव जीतने के गुर विस्तारकों सिखा रहे है। विस्तारकों को यह समझाया जा रहा है कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर वे पहले तो “बूथ जीतो,चुनाव जीतो “अभियान के तहत तैयार की गई कार्यकर्ताओं की टीम के साथ संवाद करें और फिर मतदाताओं के बीच जाकर भाजपा के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान कराने को लेकर प्रेरित करें।
विस्तारकों से कहा गया है कि वे आगामी तीन माह में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में आवश्यक विकास कार्यों की सूची तैयार कर जिलों के प्रभारी मंत्रियों और पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री को सौंपे,जिससे चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले काम करवाए जा सके। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी का कहना है कि विस्तारक विधानसभा चुनाव तक रहेंगे और फिर लोकसभा चुनाव में भी इन्हे ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी ।
आपको बता दें भाजपा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर पेंच अभी तक फंसा हुआ है।