पूरे देश में भारत बंद का असर देखने को मिला। हरियाणा से लेकर यूपी उत्तराखंड तक भरात बंद का असर देखने को मिला। बता दें कि गाजियाबाद के मोदीनगर में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से भारत बंद का असर देखने को मिला। संयुक्त किसान ने ऐलान किया था तीन कृषि कानूनों को सरकार वापस लेने के आज भारत बंद का ऐलान किया गया था। जिसके चलते मोदीनगर हाईवे पर किसानों ने हाईवे जाम किया। जिससे दिल्ली जाने वाले लोग जाम में फंसे रहे।
बता दें कि संयुक्त किसानों मोर्चा के द्वारा भारत बंद के आवाहन पर आज मोदीनगर हाईवे पर बैठे और किसी कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी करें इस दौरान बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स भी मौके पर वह आला अधिकारी किसानों से बातचीत करते हुए हालांकि किसानों का कहना है कि जिस तरह संयुक्त किसान द्वारा भारत बंद बुलाया गया है। लोक दल के नेता भी भारत बंद कर किसानों का समर्थन रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं उनका आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा। दूसरी तरफ मोदी नगर हाईवे पर वाहनों की लंबी लाइनें लोग घंटों से जाम में फंसे रहे। क्योंकि हाईवे पर किसान अपना धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं जिसके चलते हाईवे पूरी तरह बंद है एंकर-कृषि कानून के खिलाफ किसान यूनियन ने नेशनल हाईवे 24 को जाम कर दिया है। यहां पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों का रूट डायवर्जन सिस्टम फेल हो गया। जाम लगने से वाहनों की लंबी कतारें लग गई है। किसान यूनियन का कहना है कि वह आखिरी दम तक किसी कानूनों के खिलाफ लड़ते रहेंगे। किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता नेशनल हाईवे 24 पर पुराने टोल प्लाजा के पास पहुंचे। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
नेशनल हाईवे पर जाम में ना फंसे इसके लिए जिला प्रशासन ने रूट डायवर्शन का रोड मैप तैयार किया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते रूट डायवर्शन सिस्टम फेल हो गया। जिससे नेशनल हाईवे 24 पर लंबी लाइन लग गई। जाम में रोडवेज की बसें और आवश्यक सेवाओं से जुड़े तमाम वाहन जाम में फस गए। किसान यूनियन का कहना है कि वह किसी कीमत पर तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती। किसान यूनियन का कहना है कि सरकार किसानों के समर्थन में घोषणा करके उनके जख्मों पर नमक लगा रही है। किसान आखरी दम तक अपनी लड़ाई लड़ता रहेगा। रोड डायवर्ट सिस्टम फेल होने के सवाल पर जिला प्रशासन बगले झांकता नजर आया।