नई दिल्ली। मीडिया ने जिन तब्लीग़ी जमात के लोगों को देश में कोरोना के विस्तार के लिए जिम्मेदार बताया, वो अब कोरोना से लोगों की जान बचाते नज़र आ रहे हैं। वो कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अपना ब्लड प्लाजमा डोनेट कर रहे हैं। दरअसल, जो लोग कोरोना पॉज़िटिव थे और इलाज के बाद ठीक हो गए, उनके ब्लड से प्लाजमा निकलकर दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक किया जा सकता है। इस बारे में जब कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके जमतियों को पता चला तो उन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए अपना ब्लड प्लाजमा डोनेट करने का फैसला किया।
प्लाजमा डोनेट करने वाले जमातियों ने डॉक्टर्स से अपील की है कि लोगों की जान बचाने के लिए उनके खून का एक एक कतरा तक इस्तेमाल किया जाए। इन लोगों का कहना है कि इंसानियत को बचाने के लिए अगर उनका खून काम आए तो इससे अच्छी बात क्या होगी। इससे पहले तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद कंधावली ने कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके जमातियों से अपना ब्लड प्लाजमा डोनेट करने की अपील की थी। माना जा रहा है कि मौलाना की अपील पर ही जमातियों ने अपना ब्लड प्लाजमा डोनेट करने का फैसला किया।
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने एक वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा, “तबलीगी जमात के लोग मौलाना साद साहब की दरख्वास्त पर दूसरे कोरोना के मरीजों के लिए अपना खून देते हुए, ताकि कोरोना के बाकी मरीज इनके खून से ठीक हो सके। यह समाज के वे लोग हैं जो कोरोना पॉजिटिव थे लेकिन अब कोरोना नेगटिव हो गए हैं और दिल्ली के क्वारंटाइन सेंटर में मौजूद है।