जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए सेना के जवान नायक जयपाल गिल का गांव में पहुंचा पार्थिव शरीर, राजकीय सम्मान के साथ किया गया शहीद को दी गई अंतिम विदाई, 2 दिन पहले आतंकियों के सर्च ऑपरेशन के दौरान जम्मू कश्मीर में शहीद हुए थे सेना के जवान नायक जयपाल गिल, शहीद की मां और पत्नी का कहना, उन्हें है जयपाल गिल की शहादत पर गर्व, शहीद की मां पतासो देवी का कहना वह अपने पोते को भी भेजेगी भारतीय सेना में, ताकि देश का नाम कर सके रोशन, शहीद की पत्नी पूजा का कहना, उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व, देश सेवा के लिए दी है उन्होंने अपनी जान।
जम्मू कश्मीर के शोपियां-कुपवाड़ा में शहीद हुए जिले के गांव हंसेवाला निवासी 30 वर्षीय जवान जयपाल गिल का पार्थिव शरीर आज तड़के गांव पहुंचा। जवान के चले जाने पर परिवार और गांव वासी दुखी तो दिखे साथ ही उसकी शहादत पर गर्व से भरे हुए भी दिखे। आज गांव की शमशान भूमि पर राजकीय सम्मान के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई और संस्कार क्रिया संपन्न हुई। अंतिम संस्कार में परिवारजनों के अलाावा एसडीएम चिनार चहल, तहसीलदार रमेश कुमार सहित सेना से भी अधिकारी शामिल हुए। शहीद का पार्थिव शरीर रात को ही चंडीगढ़ पहुंचा और उसके बाद गांव लाया गया। इस अवसर पर शहीद की पत्नी ने कहा कि उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व है और वे उन्हें सेल्यूट करती हैं। अब अपने बेटे को भी बड़ा होने पर वे आर्मी में ही भर्ती करवाएंगी।
उन्होंने बताया कि वीडियो कॉलिंग पर जब बात हुई तो उन्होंने नवंबर में घर आने का कहा था। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर हुआ। वहीं उनकी माता ने भी अपने बेटे की वीरगति को प्राप्त होने पर कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश में अपना नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि मेरे जैसी अन्य महिलाओं के भी ऐसे सुल्तान पैदा हों, जो देश की सेवा में लगें। जब पौता जवान गभरू हो जाएगा तो उसे भी पढ़ा-लिखाकर आर्मी में भेजेंगे। उन्होंने अन्य महिलाओं को संदेश दिया कि बच्चों को खूब पढ़ा-लिखाकर देश सेवा में लगाएं। बेटे को सलामी देने के लिए आज इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं, इस पर उन्हें गर्व और खुशी है। अंतिम बार जब दो-तीन दिन पहले बेटे से बात हुई तो उसने अपनी वर्दी, जूते, टाई आदि दिखाए और फिर अपनी पत्नी से बात करते हुए कहा कि वह बाद में बात करेगा, अभी ड्यूटी कर रहा है। इसके बाद दोबारा बात नहीं हो पाई।