नई दिल्ली। एटीएम से कैश न निकलने के कारण लोगों को काफी पेरशानी का सामना करना पड़ा रहा है, जिसको लेकर वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक को लताड़ लगाई है। वित्त मंत्रालय ने आरबीआई को निर्देश दिया है कि वे एटीएम में कैश की कमी का जल्द समाधान निकाले। वहीं मंत्रालय ने आरबीआई से स्थिति की समीक्षा करने और जल्द इसका समाधान निकालने को कहा। हालांकि बैंक का कहना है कि एटीएम में कैश भरने के लिए पर्याप्त कैश बैंकों को उपलब्ध करवाया जा रहा है।
वित्त मंत्रालय के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक जिन प्रदेशों में एटीएम मे कैश की समस्या की खबरे आ रही हैं उनमें छोटे शहरों और ग्रामीण इलाके शामिल है। रिजर्व बैंक के जरिए सभी बैंकों से कहा है कि वे इन शहरों में एटीएम में तेजी से कैश डालने और जो एटीएम खराब है उनको दुरस्त करने की रफ्तार तेज करें। वित्त मंत्रालय का कहना है कि हमने रिजर्व बैंक और राज्यों के साथ इस मसले को लेकर बैठक की है। बिहार और मणिपुर जैसे राज्यों में कुछ दिक्कते आ रही हैं। ृ
बैंकों को एटीएम में नकदी डालने के लिए कहा गया है। मंत्रालय का कहना है कि नकदी की दिक्कत के कैश फ्लो ठीक से मैनेज नहीं करने, एटीएम रिकैलिब्रेशन और लॉजिस्टिक की समस्या के कारण भी हो रही है।सउधर,आरबीआई का कहना है कि नोटबंदी के 4 दिन पहले 17.74 लाख करोड़ रुपए नोट चलन में थे। अभी कुल 18.04 लाख करोड़ रुपए के नोट चलन में हैं। 200 रुपए के नए नोट चलन में आने से एटीएम में उसको डालने में आ रही परेशानी भी कैश किल्लत का एक कारण हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने आरबीआई को 2 हजार रुपए के नोटों की प्रिटिंग कम करने और छोटे नोटों की प्रिटिंग में बढ़ोतरी के लिए कह रखा है। इसके साथ ही एटीएम में भी 2 हजार रुपए के नोट की बजाय छोटे नोट ज्यादा डालने के लिए आरबीई को कहा गया है। ऐसे में एटीएम में डाले गये करंसी नोट की कुल वैल्यू कम हो रही है। इससे एटीएम जल्द खाली हो रहे हैं।