नई दिल्ली। ”जाना था आगरा और पहुंच गए नैनीताल” इस संज्ञा को सच कर दिखाया है भारतीय रेलवे की एक ट्रेन ने। दरअसल सब्जी मंडी पैसेंजर ट्रेन को जाना तो नई दिल्ली था, लेकिन वो पहुंच गई पुरानी दिल्ली। ये लापरवाही उत्तर रेलवे में लॉग ऑपरेटर की लापरवाही से हुआ है। इस मामले के बाद रेलवे ने लॉग ऑपरेटर को दोषी मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। ये घटना सुबह सात बजकर 50 मिनट की है। इस लापरवाही के चलते बड़ा हादसा भी हो सकता था जो समय रहते टल गया। आपको बता दें कि पानीपत से आने वाली ईएमयू 64464 सुबह सात बजकर 38 मिनट पर सब्जी मंडी पहुंची। लॉग ऑपरेटर असलम ने इसे नई दिल्ली की बजाए पुरानी दिल्ली जाने का सिग्नल दे दिया।
पुरानी दिल्ली पर ये ट्रेन 12 नंबर प्लेटफार्म पर रुकी। यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद रेलवे को अपनी गलती समझ आई और ट्रेन को नई दिल्ली के लिए रवाना किया गया। ट्रेन दोबारा सात बजकर 55 मिनट पर नई दिल्ली पहुंची। रेलवे के मुताबिक 64464 सात बजकर 38 मिनट पर पहुंची थी। इस समय स्टेशन पर सोनीपत से दिल्ली जाने वाले ईएमयू भी आती है। इस ट्रेन का नंबर 64004 है। दोनों ट्रेनों का एक समय होने और लगभग एक जैसे नंबर होने के कारण लॉग ऑपरेटर कंफ्यूज हो गया और ट्रेन को नई दिल्ली की बजाय पुरानी दिल्ली ट्रेन का क्रॉसिंग सिग्नल 128 दे दिया।
ट्रेन का गलत ट्रैक पर जाना एक कर्मी की वजह से नहीं होता, रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार इस मामले में 3 से 4 लोगों की गलती हो सकती है। जानकारी के अनुसार 64464 के सब्जी मंडी पहुंचने के बाद पुरानी दिल्ली के स्टेशन मास्टर को ट्रेन का नंबर सही बताया गया, लेकिन नाम बताने में गलती हुई। नाम 2एनपीएम की जगह 2एसपीएस बताया गया। ऐसे में दोनों ही को गलती पकड़नी चाहिए थी। वहीं ड्राइवर को भी सिग्नल की जानकारी होती है और उसे भी गलत सिग्नल की जानकारी वायरलेस मैसेज पर बतानी चाहिए थी, लेकिन उसने भी बिना सोचे ट्रेन आगे चला दी।