देहरादून। सूबे में अभी चुनावी समर के आगाज का औपचारिक ऐलान होना बाकी है। लेकिन पहाड़ राजनैतिक पार्टियों के चुनावी दंगल से काफी गरम हो चुका है। भाजपा और कांग्रेस लगातार एक दूसरे पर जुबानी जंग कर रहे हैं। लगातार दोनों सियासी पार्टियां अपनी जोर आजमाईश कर रही हैं। इस दौरान लगातार रैलियां कर सूबे में राजनीतिक माहौल को दोनों दलों ने गरमा रखा है।
विधान सभा चुनाव में अपनी विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए भाजपा लगातार सूबे में परिवर्तन यात्रा के जरिे जनता के बीच जाकर रैलियां कर रही है। इसके साथ ही भाजपा सूबे की 70 विधानसभा सीटों पर अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए हर जिलों में लगातार भाजपा अभियान चलाये हुए है। भाजपा ने बीते माह की 13 नवम्बर सूबे में परिवर्तन यात्रा की शुरूआत की थी जो आगामी 7 दिस्मबर को देहरादून में समाप्त होगी। इस दौरान भाजपा ने पूरे सूबे सैकड़ौं रैलियां की जिसमें लगातार वह कांग्रेस पर हमलावर रही है।
जहां एक तरफ भाजपा इस रैली के जरिए प्रदेश की जनता के मन को भांपने की कोशिश में लगी है। वहीं पार्टी के बड़े नेता अपने स्तर से यात्रा को लेकर जनता के रूझान को खंगालने में जुटे हैं। धर्मेन्द्र प्रधान, जेपी नड्डा जैसे केन्द्रीय मंत्रियों को इस काम पर पार्टी ने लगा रखा है। सूत्रों की माने तो पार्टी की ओर से 36 सीटों के जादुई आंकड़े को पाने की हर तरह से कोशिश की जा रही है। इस दौरान दो बार अमित शाह खुद रैलियां कर चुके हैं। यात्रा पर अपनी पैनी नजर बनाये हुए केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा की माने तो उनका कहना है कि पार्टी को जनता के बीच यात्राओं को दौरान काफी समर्थन मिला है। अब इसी समर्थन को वोटों के तौर पर बदलने के काम पर हमें ध्यान देना है।