देहरादून। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) के निजीकरण का विरोध करते हुये कांग्रेस पार्टी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाया है। उत्तराखंड कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि टीएचडीसी ने पांच कंपनियों की सूची में आंकड़े दिए हैं, जिन्हें केंद्र सरकार ने अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
उसने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार एक ऐसी कंपनी का निजीकरण / विनिवेश करने की कोशिश कर रही है जिसके कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया और हजारों लोग पलायन करने को मजबूर हो गए। कांग्रेस नेता ने कहा कि टीएचडीसीआईएल की वर्तमान स्थिति को परेशान नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसका विलय यह सुनिश्चित करेगा कि इसका अस्तित्व हमेशा के लिए समाप्त हो जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर इस मुद्दे पर राज्य के लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। दासौनी ने कहा कि टीएचडीसीआईएल के विनिवेश और निजीकरण से सवाल उठता है क्योंकि यह एक ऐसी कंपनी है जो देश के लिए लाभ कमा रही है। उसने कहा कि अगर फैसला राज्य के लोगों से उलटा नहीं किया गया तो वह आंदोलन शुरू करने को मजबूर होगी।