लखनऊ। गत दिनों ATS टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए बिजनौर माडॅ्यूल के आतंकी ऐहतशाम और फैजान की टीम में शुरूआती पूछताछ में कई ऐसे खुलासे हुए हैं जिससे पुलिस और अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। आतंकियों ने एटीएस की टीम को बताया कि उनके निशाने पर राजधानी लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतें और विधानसभा थी।
गौरतलब है कि गत दिनों उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम ने 5 राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम दिया। जिसमें उसने 3 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है और 6 संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। इन तीन संदिग्धों को मुंबई , लुधियाना और बिजनौर से पकड़ा गया है। कहा जा रहा है कि संदिग्ध किसी बड़ी आतंकी साजिश की फिराक में थे।
यूपी पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में है जिससे बाद उसने कई राज्यों की टीम के साथ संपर्क किया। इन राज्यों में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पंजाब, बिहार राज्यों की टीमों ने मिलकर अंजाम दिया।
दो दिन पहले ही मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से खुफिया रिपोर्ट के आधार पर कहा था कि यूपी में आतंकी घुस चुके हैं और किसी को शक ना हो इसलिए उन्हें हिंदू धर्म के रीति-रिवाज सिखाकर भगवा चोला पहनाकर प्रदेश में भेजा गया।
इन आतंकवादियों ने कबूल किया है कि माड्यूल खुरासन के आतंकी सैफुल्लाह मार्च के आखिरी दिनों में राजधानी में पहुंचा था। उसके निशाने पर पुराने लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतें और विधानसभा थी। उसने शहर के कई ऐसे जगहों की वीडियो व फोटो खींचकर अपने आकाओं को व्हाट्सअप के जरिए भेजा था। उसके पास बिहार और यूपी के कई विभिन्न कंपनियों के मोबाइल सिम थे। वह नंबर बदल-बदल कर लोगों से बातचीत करता था।
सैफुल्लाह व उसके साथी ने विधानसभा में भी घुसने का प्रयास किया था, लेकिन भारी चौकसी होने के चलते वे लोग पहुंच नहीं पाए थे। पकड़े गए आतंकियों ने अन्य 20 संदिग्ध आतंकियों के नाम कबूले हैं। सूत्रों की माने तो पूछताछ पर आतंकियों ने कई चींजो का खुलासा किया है और उस पर एटीएस अपना काम करना शुरु कर दिया है।
आशु दास