कोल्लम। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत के समुद्र तट पर हमारे पड़ोसी देश के आतंकवादियों द्वारा भारत के तट पर एक बड़ी घटना को खारिज नहीं किया जा सकता है, लेकिन हम तटीय और समुद्री सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सिंह ने केरल के कोल्लम में माता अमृतानंदमयी देवी के 66 वें जन्मदिन समारोह में बोलते हुए कहा कि भारत ने पुलवामा हमले के जवाब में बालाकोट में वायु सेना की हड़ताल का हवाला देते हुए उन्हें “शांति में आराम” करने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा, “हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि हमारे पड़ोसी देश का आतंकवादी कच्छ से केरल तक फैली हमारी तटरेखा पर बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। एक रक्षा मंत्री के रूप में मैं यह आश्वस्त करना चाहूंगा कि हमारे देश की समुद्री सुरक्षा पूरी तरह से मजबूत और ठोस है।
सिंह ने कहा कि जब वे गृह मंत्री थे, तब पुलवामा की घटना हुई थी और देश में कोई भी उन सैनिकों के बलिदान को नहीं भूल पाएगा, जो इस घटना में मारे गए थे। आप जानते हैं कि पुलवामा की घटना के कुछ दिनों के बाद, हमारी वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला किया। हम किसी को परेशान नहीं करते हैं, लेकिन अगर कोई हमें परेशान करता है, तो हम उन्हें शांति से नहीं रहने देंगे। उन्होंने कहा कि, जो देश अपने सैनिकों के बलिदान को याद नहीं करता है, वह दुनिया में कहीं भी सम्मानित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यह न भूलें कि जो सैनिक देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं, उनके माता-पिता भी होते हैं।