राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार से पूछा ‘आदरणीय नीतीश चाचा जी, बताइए-मौत किसे कहते हैं’ ? सांसों का थम जाना मौत नहीं है, मौत है संवेदनाओं का मर जाना।आपको बता दें कि इस तरह से सवाल तेजस्वी ने बिहार के गया में हुई मां बेटी के साथ दरिंदगी की घटना की तरफ इसारा करते हुए कुल सवाल खड़ा किया है।
कुल 20,120 अपराध की घटनाएं घटित हुई
तेजस्वी ने कहा अपनी अंतरात्मा को झिंझोड़िए उसे जगाइए, ताकि किसी बेबस बाप को अपनी पत्नी और बेटी, किसी भाई को अपनी बहन का बलात्कार न देखना पडे़।तेजस्वी ने अपने ट्वीट से बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं पर तंज कसते हुए कहा है कि बिहार में हर महीने 98 बलात्कार,233 मर्डर,725 अपहरण, विगत 6 महीनो में 600 बलात्कार यानि पिछले दिनों मे कुल 20,120 अपराध की घटनाएं घटित हुई हैं।
आदरणीय नीतीश चाचा जी,
मौत किसे कहते हैं?
सांसों का थम जाना मौत नहीं है,
मौत है संवेदनाओं का मर जाना।अपनी अंतरात्मा को झिंझोड़िए उसे जगाइए, ताकि किसी बेबस बाप को अपनी पत्नी और बेटी, किसी भाई को अपनी बहन का बलात्कार न देखना पडे़। #NitishAntratma pic.twitter.com/gYRn9cYYKu
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 16, 2018
बेटी और मां के साथ बलात्कार किया
लेकिन बेसुरा सुशासनी राग अब भी अलपाया जा रहा है। नीतीश जी और सुशील मोदी की जंगलराज देखने व गाने वाले सभी चक्षु, नसें, नाड़ी और धमनियां बंद है।गौरतलब है कि गया में हाल ही में कुछ दरिंदों ने नाबालिग बेटी और मां के साथ बलात्कार किया जिसके बाद पीड़िता ने अपराधियों को फांसी में लटकते देखने की बात कही हैऔर पीड़िता ने बताया कि मेरे पिता को पेड़ में बांध कर बेखौफ अपराधियों खेतों में सामूहिक दुष्कर्म किया।
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पीड़िता चिल्लाती रही लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं था
अपराधी घंटो इस घटना को अंजाम देते रहे, पीड़िता चिल्लाती रही लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं था। बुधवार को हुई इस घटना बिहार की सियासत में उबाल है। विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है।और प्रशासन पर भी विपक्ष जमकर निशाना साध रहा है।