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तेजस्वी यादव ने स्पष्ट तौर पर शुरू की एनडीए के कुनबे को तोड़ने की कवायद

03 47 तेजस्वी यादव ने स्पष्ट तौर पर शुरू की एनडीए के कुनबे को तोड़ने की कवायद

नई दिल्ली। 2019 में आम चुनावों का महाभारत जैसे-जैसे करीब आ रहा है देश के विभिन्न सूबों का सियासी पारा तेजी से चढ़ रहा है। फिलहाल खबर बिहार से है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट तौर पर एनडीए के कुनबे को तोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। तेजस्वी ने ट्वीट कर सीधे तौर पर आरएलएसपी नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दे दिया है। आपको बता दें कि आरएलएसपी फिलहाल एनडीए में शामिल है और बिहार में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कुशवाहा नाराज भी बताए जा रहे हैं।

 

03 47 तेजस्वी यादव ने स्पष्ट तौर पर शुरू की एनडीए के कुनबे को तोड़ने की कवायद

 

बता दें कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा को हम महागठबंधन में शामिल होने का न्योता देते हैं।’ तेजस्वी ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि उपेंद्र कुशवाहा को 4 सालों से एनडीए में उपेक्षित किया जा रहा है। बीजेपी उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।

बीजेपी के साथ-साथ नीतीश पर भी साधा निशाना

तेजस्वी ने इस दौरान बीजेपी के साथ-साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी निशानाा साधा। तेजस्वी ने लिखा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी को तोड़ने की साजिश भी रची। तेजस्वी ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा एक बड़े सामाजिक समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन उस वर्ग से किसी को भी कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया, वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार में एक जाति के एक दर्जन से ज़्यादा कैबिनेट मंत्री हैं।

बिहार में एनडीए के साथ सबकुछ सही नहीं

आपको बता दें कि बिहार में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में फिलहाल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहयोगी दल दबाव की राजनीति शुरू कर चुके हैं। इनमें सबसे आगे जेडीयू और आरएलएसपी ही हैं। पिछले दिनों जेडीयू के प्रवक्ताओं ने स्पष्ट बयान दिए कि 40 सीटों में से उनकी पार्टी को सबसे अधिक सीटें (25) चाहिए क्योंकि यहां एनडीए का नेतृत्व नीतीश कर रहे हैं। पिछले दिनों एनडीए की बैठक भी हुई लेकिन आरएलएसपी चीफ उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए।

हालांकि उनकी पार्टी के नेता बैठक में पहुंचे लेकिन कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नागमणि ने नीतीश कुमार की निष्ठा पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार में गठबंधन का चेहरा मानने से इनकार कर दिया। पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘बिहार में हम जेडीयू से बड़ी पार्टी हैं, हमारे पास लोकसभा में तीन सीटें हैं और जेडीयू के पास सिर्फ दो। हम नीतीश कुमार को अपने नेता के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते, वह एक बार फिर से यूटर्न मारते हुए लालू जी के पास वापस जा सकते हैं। हम उनपर भरोसा नहीं कर सकते।’ उपेंद्र कुशवाहा ने इस बीच यह जरूर कहा कि एनडीए में सब एक हैं लेकिन तेजस्वी की ये कोशिशें कुछ अलग ही इशारा कर रही हैं।

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