लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सीबीआई और ईडी के छापों के बाद लगातार आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। सीबीआई और ईडी के छापेमारी के बाद बुधवार को लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पहली बार मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने उपर लगे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने अपने उपर लगे सभी आरोप को बेबुनियाद और झूठा बताया है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की साजिश बताया है। तेजस्वी ने कहा है कि बीजेपी 28 साल के एक युवा से डर गई है इसलिए बीजेपी अब उनके खिलाफ साजिश रचने में लगी हुई है।
तेजस्वी ने कहा है कि उन्होंने किसी भी मामले में कोई भी गड़बड़ी नहीं की है और उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी को इस सब के लिए करारा जवाब मिलेगा। तेजस्वी यादव ने अपने उपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि साल 2004 में वह 13-14 साल के थे। उन्होंने कहा है कि इस उम्र में वह घोटाला कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि इस उम्र में उनकी मूंछे तक नहीं आई थी। तेजस्वी ने कहा है कि उनकी पार्टी की नीति हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ ही रही है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी की नीति हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की रही है।
तेजस्वी ने कहा है कि उनपर जो एफआईआर दर्ज की गई है वह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा है कि इस सब के लिए पीएम मोदी और अमित शाह जिम्मेदार हैं। तेजस्वी का मानना है कि बीजेपी के लोग लालू प्रसाद यादव से डरते हैं। उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव के बाद अब बीजेपी के लोग 28 साल के युवा से भी डरने लग गए हैं। आपको बता दें कि लालू की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश कुमार भी ईडी के शिकंजे में आए हुए हैं। ईडी ने इनके कई ठिकानों पर छापेमारी की है। आरोप है कि इन्होंने फर्जी कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करने का काम किया है।