पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर बैठक हुई. इस दौरान सभी दलों के नेता बैठक में पहुंचे. बैठक में बिहार चुनाव के नतीजों पर महागठबंधन ने मंथन किया. बिहार में महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है, जिसके बाद अब मंथन का दौर चल रहा है. महागठबंधन की बैठक में राजद नेता तेजस्वी यादव ने सभी नेताओं को संबोधित भी किया. इस दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव को गठबंधन नेता चुना गया. महागठबंधन की बैठक में तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि सरकार महागठबंधन की ही बनेगी, सभी विधायकों को पूरे महीने पटना में रहने को भी कहा गया है.
इसके बाद पत्रकारों से चर्चा में तेजस्वी बोले, ‘हम चुनाव हारे नहीं हैं, बल्कि हमें जीत मिली है. जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में आया है. चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में आया है. ये लोग छल कपट के जरिए सरकार का गठन कर रहे हैं.’
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि 2015 में भी हमारे पक्ष में फैसला आया था, लेकिन भाजपा चोर दरवाजे से सरकार में आ गई थी. इस चुनाव में हमने गरीबी, भूखमरी, रोजगार, नौकरी का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सत्ता हथियाना चाहते हैं.
तेजस्वी ने कहा कि मेरी सीट पर तीन बजे तक मतगणना प्रक्रिया पूरी हो गई थी, लेकिन नतीजों का सर्टिफिकेट आधी रात को दिया गया. उन्होंने कहा, काउंटिंग से एक दिन पहले रात में एक गाड़ी निकली. इस गाड़ी में बैलेट पेपर ले जाया जा रहा था, जबकि चुनाव आयोग का नियम है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होती है, लेकिन इस बार पोस्टल बैलेट की गिनती को बाद में किया गया. तेजस्वी ने यह भी कहा, ‘देश का युवा, किसान, मजदूर आक्रोश में हैं. इस चुनाव में एक तरफ वरिष्ठ नेताओं की टोली थी, जिसमें सीएम समेत कई लोग शामिल थे. लेकिन ये लोग मिलकर भी 31 साल के युवा को रोकने में सफल नहीं हो पाए. राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनने से कोई रोक नहीं पाया.’