उत्तराखंड में आपदा को लेकर प्रशासन अब सक्रिय होता नजर आ रहा है। आपदा के दौरान अब प्रशासन एक कॉल पर प्रभावित क्षेत्र में मदद भेज सकेगा। इसके लिए टिहरी जिले में पहली बार अत्याधुनिक कॉल सेंटर का निर्माण कराया जाएग। इस केंद्र में सभी गांवों की भौगोलिक जानकारी के साथ ही संबंधित ब्लाक में अधिकारियों-कर्मचारियों की संख्या और गांव के प्रमुख लोगों के मोबाइल नंबर का डाटा रखा जाएगा।
आपदा के दौरान प्रशासन के लिए सबसे बड़ी समस्या भोगोलिक जटिलता के बीच सही जगह का पता लगाना होता है। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील टिहरी में 58 गांवों को आपदा प्रभावित घोषित किया गया है। वही कॉल सेंटर में प्रत्येक गांवों की भौगोलिक स्थिति भी दर्ज की जाएगी। ऐसे आपदा के दौरान उस गांव का पूरा डाटा निकाला जाएगा। जिससे आपदा के वक्त तुरंत राहत भेजने में मदद मिलेगी। इस दौरान व्यापारियों और निकटतम स्कूल के शिक्षकों का सहयोग लिया जा सकेगा। साथ ही सड़क क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में वैकल्पिक रास्तों से मदद भेजी जाएगी।