फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक नया मामला सामने आया। खबरों के अनुसार जहां हिंदू बच्चों को जबरन उर्दू और अरबी पढ़ने के लिए मजबूर किया जा रहा था। इसके खिलाफ विद्यालय की टीचर ने विरोध जताया तो उन्हें धमकी दी गई।
टीचर ने जताया विरोध
फतेहपुर जिले के नुरुलहुदा स्कूल में हिंदू बच्चों को जबरन अरबी, उर्दू और नवाज पढ़ने के लिए विद्यालय प्रशासन द्वारा मजबूर किया जा रहा था। इस मामले में वहां की टीचर कल्पना सिंह ने विरोध जताया। जिस पर विद्यालय के प्रबंधक और उनके बेटे ने टीचर को जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित टीचर की अपील पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले के सामने आते ही विद्यालय प्रशासन पर कई सवाल उठने लगे।
मान्यता रद्द करने की भी मांग
हिंदू बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार किए जाने पर मामला राजनीतिक भी होने लगा। इस घटना का विरोध करने के लिए करणी सेना, बजरंग दल, भाजपा युवा मोर्चा, विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद जैसे कई संगठनों ने आगे आकर आवाज उठाई।
सभी ने कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच कर विद्यालय प्रशासन की मान्यता खत्म करने की बात कही। इसके साथ ही प्रबंधक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का भी निवेदन किया। करणी सेना के जिला अध्यक्ष संग्राम सिंह ने एक पत्र के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भी सौंपा। यह पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर लिखा गया। जिसमें उन्होंने इस घटना पर उचित कार्रवाई करने की मांग की।