बलरामपुर। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की हिंसा का मामला सामने आया है। अब तक तो अन्य कारणों पर आंदोलन, प्रदर्शन व हिंसा के मामले सामने आते थे। लेकिन अब शिक्षक बच्चों को पढ़ा ने की बजाए रोड़ पर प्रदर्शनकारीओं के रुप में दिखने व उतर कर आने लगे है। जनपद बलरामपुर में अपशब्द बोलने का ऐसा ही एक शिक्षकों के प्रदर्शन का मामला सामने आया है। आपको बता दें कि जिले के अर्थ एवं संख्याधिकारी के द्वारा शिक्षक नेता को अपशब्द बोलने पर शिक्षक भड़क गए थे।
जनपद बलरामपुर के जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ओंकार सिंह द्वारा शिक्षक नेता मंगलदेव मिश्र के साथ अभद्र भाषा में बात करने को लेकर शिक्षक संघ ने बहुत ऐतराज जताया है तथा कलेक्ट्रेट गेट बंद कर शिक्षकों ने प्रदर्शनकारीओं के रुप में प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां तक की शिक्षकों ने SDM की गाड़ी को भी बाहर नहीं जाने दिया गया। एडीएम शिव पूजन के लाख समझाने के बाद भी शिक्षक नहीं माने। लेकिन शिक्षक DSTO के द्वारा माफी मांगने की मांग को लेकर अड़े रहे। बाद में आखिर DM साहाब को भरी पुलिस बल का ही सहारा लेना पड़ा। और उसके बाद शर्त रख कर प्रदर्शन खत्म किया गया।
DM से फोन पर वार्ता करने के बाद भी जब बात नहीं बनी तो मौके पर सीओ सिटी नितेश सिंह व कोतवाल देहात वहां भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे जिसके बाद प्रदर्शन इस शर्त के साथ समाप्त कराया गया कि शाम को जिलाधिकारी से वार्ता के बाद निर्णय होगा। सीओ सिटी के आश्वासन के बाद शिक्षकों ने कुछ देर के लिए प्रदर्शन समाप्त कर दिया और कहा कि यदि DSTO माफी नहीं मांगेंगे तो आंदोलन पुनः शुरू कर दिया जाएगा और सोमवार से पूरे जिले के शिक्षक कार्य बहिष्कार कर देंगे तथा आंदोलन बड़े पैमाने पर चला जाएगा।