भाजपा सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत तो कर दी है। पर क्या सच में बीजेपी राज में बेटियां पढ़ पाएंगे क्योंकि यहां तो मनचलों से तंग आकर बैठ यहां पढ़ाई पर ताला लगाने को मजबूर हैं।
देहली गेट थाना क्षेत्र का मामला
जी हां दिल् गेट थाना क्षेत्र जली कोठी इलाके से ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां मेरठ के चर्चित आईआईएमटी यूनिवर्सिटी में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रही एक छात्रा के साथ उसके ही क्लास के 2 छात्र उसे छेड़ते हैं। जिसको लेकर पीड़िता ने थाने में इंसाफ की गुहार तो लगाई पर योगी पुलिस ने उसे इंसाफ नहीं दिला पाई।
यूं तो प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेटियों की सुरक्षा के लिए लाख दावे करते हैं। पर यहां तो योगी सरकार ही कटघरे में खड़ी नजर आ रही है वहीं पीड़ित परिजनों ने थाने में इंसाफ के लिए गुहार तो लगाई लेकिन थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। और फिर नतीजा यह है कि छात्रा को मजबूरन अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
एसएसपी से लगाई गुहार
थाने में इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़िता अपनी मां और बहन के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची।और इंसाफ की गुहार लगाई पर इंसाफ के नाम पर मिली तो सिर्फ और सिर्फ निराशा।बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी थाना भाबवनपुर में एक छात्रा ने मनचलों से तंग आकर खुद को आग के हवाले कर दिया था। लेकिन उसके बाद भी योगी पुलिस नहीं जागी है फिलहाल देखने वाली बात यह होगी कि क्या योगी सरकार पीड़िता को इंसाफ दिला पाएगी या नहीं।