नई दिल्ली। पिछले दिनों बीजेपी और उसके सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी के बीच आई टूट की खबर के बाद राजनीतिक उथल-पूथल मच गई थी, लेकिन अब सब ठीक हो गया है और टीडीपी बीजेपी के साथ गठबंधन आगे भी जारी रखने को तैयार है। बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में बीजेपी के साथ गठबंधन करके सरकार चला रही टीडीपी मुख्य विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस को राज्य में रोकने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन में बने रहने पर राजी हो गई है। दरअसल प्रदेश में जगमोहन रेड्ढी की वाईएसआर कांग्रेस कथित तौर पर बीजेपी के नजदीक जाने की तैयारी कर रही है।
ऐसे में टीडीपी के एक सांसद का कहना है कि पार्टी के सारे सांसद बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के पक्ष में है, लेकिन बीजेपी की बढ़ती ताकत और वाईएसआर के बीजेपी के करीब होने से पार्टी को राज्य में नुकसान झेलना पड़ सकता है इसलिए सीएम नायडु ने उन्हें ंमना लिया है क्योंकि गठबंधन तोड़ने का ये सही मौका नहीं है। पार्टी नेताओं के साथ हुई बैठक में पार्टी के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राजनीति में हमेशा ही आने वाला कल होता है, कल के बाद परसो आता है। इसी के साथ टीडीपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण चौधरी ने कहा कि आंध्र प्रदेश और केंद्र में बीजेपी के साथ पार्टी का गठजोड़ बहुत जीवंत है।
बैठक में शामिल हुए पार्टी के एक सांसद का कहना है कि राज्य के प्रति केंद्र के बर्ताव से सीएम पूरी तरह से निराश है, लेकिन संकट की घड़ी में उनकी राजनीतिक समझदारी साफ दिखाई दे रही है। इस बीच आंध्र प्रदेश में टीडीपी को नापसंद करने वाली वाईएसआर कांग्रेस बीजेपी के नजदीक पहुंचने का इंतजार कर रही है। क्योंकि टीडीपी ये महसूस कर रही है कि इस समय कोई सख्त रूख अपनाने से इस दक्षिणी राज्य के हितों को एक ऐसे वक्त में नुकसान पहुंचेगा, जब यह राजधानी नगर अमरावती, पोलावरम आदि जैसी बड़ी परियोजनाओं को साकार करने के लिए केंद्र पर बहुत ज्यादा निर्भर है।