नई दिल्ली। केंद्र की सत्ता में बीजेपी के साथ बैठी तेलुगू देशम पार्टी ने बीजेपी से नहीं अलग होने का ऐलान किया है, जिसके बाद साल 2019 के चुनाव को देखते हुए बीजेपी के लिए ये राहत की खबर है। बीजेपी से अलग न होने के फैसले को राज्य की विधानसभा में सुनाते हुए टीडीपी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के सीएम ने कहा कि हमारी पार्टी सरकार से बाहर नहीं होगी और न ही सरकार के खिलाफ कोई अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। सीएम ने कहा कि हम ऐसा नहीं करगें क्योंकि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 54 सांसदों की जरूरत होती है और हमारे पास प्रस्ताव लाने के लिए सांसदों की पर्याप्त संख्या नहीं है।
वहीं सांसदों के इस्तीफा देने के मामले पर उन्होंने कहा कि अगर हमारे सांसद इस्तीफा दे देंगे तो फिर प्रदेश की भलाई के लिए कौन काम करेगा और राज्य की आवाज को संसद में कौन बुलंद करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र को हमारे राज्य के साथ इंसाफ करना चाहिए और हम केवल इंसाफ की मांग करेंगे। नायडू ने कहा कि बीजेपी और वाईएसआरसीपी दोनों मिलकर हमारी आलोचना कर रहे हैं और तो और कांग्रेस भी टीडीपी पर आरोप लगा चुकी है। सीएम ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने राज्य के बंटवारे के समय आंध्र के साथ अन्याय किया और अब बीजेपी अपने वादों से मुकर रही है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू से कहा था कि वे अगर अविश्वास प्रस्ताव लाती है तब कांग्रेस पार्टी उनका साथ देगी। बता दें कि एनडीए की सहयोगी पार्टी टीडीपी अभी शांत नहीं हुई है। हाल ही में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर वहां के सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया था। बताते चलें कि केंद्र और राज्य में बीजेपी-टीडीपी एक साथ हैं. जहां लोकसभा में टीडीपी के 16 सांसद हैं तो वहीं आंध्र प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के चार विधायक हैं।