देहरादून। प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से बोला जब 2022 तक हमें भारत को न्यू इंडिया बनाना है। किसानों की आय को दो गुना करना है, तो सबसे पहले ख्याल देश के अन्नदाता यानी किसानों का आया किसानों की हालत आजादी के बाद से आज तक कमोवेश वही है। किसान कभी मौसम की मार से मारा जाता है तो कभी फसलों के रखरखाव ना कर पाने की वजह से। इसका सीधा असर उसकी आय पर होता है। लेकिन अब केन्द्र और राज्य सरकारों ने मिलकर किसानों के बारे में सोचना शुरू कर दिया है।
किसानों की आय को सुनियोजित ढंग से बढ़ाने और कृषि के क्षेत्र में बहुयामी कार्यक्रम लाने के उद्देश्य से जहां भारत सरकार प्रयत्न शील है वहीं देवभूमि उत्तराखंड में भी त्रिवेन्द्र सिंह रावत की सरकार किसानों के लिए कई बड़े कामों को अंजाम दे रही है। खेती को वैल्यू एडिट बनाने के लिए जहां किसानों को ऐसी खेती करने पर जोर दिया जा रहा है जिसमें कम लागत और समय के साथ उनको उनकी फसलों की बेहतर कीमत मिले। इसको लेकर उत्तराखँड का कृषि विभाग काफी सक्रिय है।
किसानों को उनकी लागत का मूल्य और आय में कैसे वृद्धि की जा सकती है। साथ ही सरकार उनके लिए क्या प्रयास कर रही है। इसको लेकर कृषि विभाग ने शुक्रवार को देहरादून के एतिहासिक परेड ग्राउंड पर सूबे में खेती के विकास और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से सिद्धि की ओर ले जाते हुए 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य को लेकर कृषि गोष्ठी और फ़ार्म मशीनरी बैंक मेले का आयोजन किया। मेले में मुख्यमंत्री ने विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉक को देखा। इसके बाद मंच पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
आजीविका समूह के जरिए बढेगी आय
इस मौके पर कृषि सचिव सेन्थिल पाण्डियन ने अपना वक्त्व्य देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने और संकल्प से सिद्धि की एक पहल करने का लक्ष्य तय करना । जिसके लिए हमने कृषि को खाद्य के लिए नहीं बल्कि बाज़ार के लिए तैयार करना हमारा लक्ष्य है। जिससे आजीविका समूह के ज़रिए हम अपने किसान भाईयों की आय को बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।
इस कार्यक्रम में हमारा लक्ष्य फ़ार्म मशीनरी बैक बनाना और कृषि के क्षेत्र से जुड़े लोगों को इसका लाभ पहुँचाना हमारा उद्देश्य है। हमने 370 फ़ार्म मशीनरी बैंक तैयार किए है। इसके तहत 10 लाख तक के कृषि यंत्र की ख़रीद पर किसान को 2 लाख रूपए देना होगा।
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इसी तरह हम उत्पादक समूह बनाकर या आजीविका परियोजना के तहत काम करें । पूरे देश में 12 आजीविका परियोजना चल रही है। जिसमें हमने पूरे देश में 25 फ़ीसदी योगदान दिया है। इस वक़्त कृषि और उद्यान की सभी परियोजनाओं को हम किसानों के लिए उपयोगी बनाने पर लगे हुए हैं।
कृषकों के उपयोग के लिए 15 विभाग लगे हुए हैं । जिसमें पशुपालन,कृषि,उद्यान,वन,मत्स्य पालन, जलागम आदि के ज़रिए आजीविका समूह के माध्यम से किसानों के लिए काम किया जा रहा है।
उत्पाद बढ़ाने के साथ बाज़ार बढ़ाने के लिए भी हम काम कर रहे हैं। हम अपने राज्य कलेक्शन सेंटर बना रहे हैं। हमारी योजना हर मंडी को जोड़ रहे है। हमने 16 मंडियों को ऑनलाइन कर दिया है। हम जल्द ही आजीविका समूहों को भी मंडियों से जोड़ने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल , सचिव मुख्य मंत्री मनीषा पवार स्थानीय विधायक खजानदास मौजूद रहे।