तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्वतंत्रता दिवस की सुबह नाली में नवजात मिला। आपको बता दें कि चेन्नई के वलसरवक्कम इलाके में रहने वाली गीता को अचानक रोने की आवाज सुनाई दी। गीता ने अवाजें सुनकर समझा कि कोई छोटा जानवर ढकी हुई नाली में फंस गया है। और गीता ने नाली में देखा उसे बाहर खींच लिया।तभी गीता और पास खड़े दूसरे लोगों के होश उड़ गए। जब उन्होंने देखा कि गीता के हाथ में एक नवजात शिशु है। गौरतलब है कि शिशु के गले में नाल लिपटा हुआ था।
जहांपूरा देश एक तरफ 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा था। तो वहीं दूसरी तरफ एक ऐसी घटना हुई जिसे देखकर हर कोई हैरान था। चेन्नई के वलसरवक्कम इलाके में रहने वाली गीता को घर के पास से बह रही नाली में से कुछ आवाजें आ रही थी। उसे चिल्लाने की आवाज आ रही थी तो उसे लगा कि कोई जानवर का बच्चा शायद फंस गया है।
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नाली में हाथ डालकर उन्होंने उसे निकालने की कोशिश की और उसे बाहर निकाल लिया।लेकिन ये देखकर सभी के होश उड़ गए कि जिसे उन्होंने निकाला वह एक नवजात शिशु है। उस नवजात की गले से नाल भी लिपटी हुई थीबच्चे को नाली से निकालकर गीता ने सबसे पहले उसके गले से नाल अलग किया। बच्चे को अच्छे से नहलाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। नाली में इस तरह पड़े होने के कारण उस बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक, अब बच्चे की हालत में सुधार हुआ है।
गीता ने समझा कि शायद कोई छोटा जानवर ढकी हुई नाली में फंस गया है
।चेन्नई के वलसरवक्कम इलाके में रहने वाली गीता ने समझा कि शायद कोई छोटा जानवर ढकी हुई नाली में फंस गया है, सो, उसने भीतर झांका और उसे बाहर खींच लिया।लेकिन गीता और पास खड़े अन्य सभी लोगों के होश उड़ गए, जब उन्होंने देखा कि गीता ने जिसे बाहर खींचा, वह एक नवजात लड़का है, जिसके गले से नाल तक लिपटी थी।
महेश कुमार यदुवंशी