लखनऊ। यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश की जनता को राहत देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक, प्रदेश के अस्पतालों में आने वाले मरीजों का इलाज अब वैसे ही शुरू किया जाएगा, जैसे कोरोना काल से पहले […]
लखनऊ। यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश की जनता को राहत देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक, प्रदेश के अस्पतालों में आने वाले मरीजों का इलाज अब वैसे ही शुरू किया जाएगा, जैसे कोरोना काल से पहले […]
सूबे की योगी सरकार भले ही प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। जनपद बलरामपुर के जिला चिकित्सालय, जिला संयुक्त चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय सहित विकास खण्ड स्तर पर स्थापित
नपद हरदोई में इस समय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मिलकर योगी सरकार की छवि पर पानी फेरने में लगे हुए हैं। योगी सरकार तो सरकारी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधा देने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। मगर मरीजों के लिए आने वाली सुविधाएं
यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर दावे करने वाली सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाएं राम भरोसे चल रही है। ताजा मामला फतेहपुर जिले का है जहां एक गर्भवती महिला सरकारी अस्पताल की जमीन पर लगभग 10 घंटो से तड़पती रही लेकिन उसकी सुध लेने के लिए कोई भी डॉक्टर नहीं आया
सूबे के मुखिया जहा एक तरफ अपने अधिकारियों को सख्त हिदायत दे रहे हैं। कही किसी तरह किसी को कोई तकलीफ न हो। स्वास्थ से लेकर अनेकों विभागों में जनता को सहूलियत दी जाए। मगर अब ऐसा लगने लग गया है कि सरकार तो बदल गई लेकिन अभी लोगों की मानसिकता
पीएम ने जहां अपनी जीत के लिए मन्नत मांगी थी वहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव व काशी विश्वनाथ जी का दर्शन एव पूजा अर्चना की।
निजी अस्पतालों में मरीज की मौत के बाद पैसे वसूल कर शव देना का मामला सामने आता रहता है, लेकिन अब सरकारी अस्पतालों में भी ऐसे मामले सामने अाने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला अमृतसर के सरकारी गुरुनानक देव अस्पताल का सामने आया है