नई दिल्ली। अपने विवादित बयानों के चलते हमेशा सुर्खिया बटोरने वाले बीजेपी के राज्यसभा सांसद और फायर ब्रांड नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों का हिस्सा बन गए हैं। इस बार उन्होंने भारत रत्न से सम्मानित अमर्त्य सेन को लेकर विवादित बयान दिया है। स्वामी ने भारत रत्न से सम्मानित अमर्त्य सेन गद्दार को बताते हुए आरएसएस की तारिफ की हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस हमेशा से देश के हित में काम करती आई है और आरएसएस का एक-एक सदस्या भारत का सम्मानित नागरिक है। हद तो तब हो गई जब उन्होंने अमर्त्य सेन को गद्दार बता डाला।
स्वामी ने कहा कि एनडीए को अमर्त्य सेन को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर भारत रत्न से सम्मानित करना पड़ा था। बिहार के प्रख्यात नालंदा विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अमर्त्य सेन ने देश को लूटने का काम किया है। उन्होंने दावा किया कि एनडीए ने अमर्त्य सेन को भारत रत्न इसलिए दिया क्योंकि सरकार पर सोनिया गांधी ने दबाव बनाया हुआ था।
आपको बता दें कि साल 1998 में अमर्त्य सेन को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, जिस वक्त अमर्त्य सेन को भारत रत्न दिया गया था, उस वक्त केंद्र की सत्ता पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी की सरकार हुआ करती थी। दरअसल गणतंत्र दिवस की पूर्व संख्या पर भारत सरकार ने देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया था। इनमें कला, संस्कृति, खेल के साथ मानव सेवा के क्षेत्र में अहम योगदान देने वालों को जगह दी गई थी। इस बार 85 लोगों को पद्म अवॉर्ड दिया गया, जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर आरएसएस के नेताओं को सम्मानित करने को लेकर निशाना साधा था।