मथुरा। मथुरा में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए खूनी खेल के बाद ने 368 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना के 48 घंटे के बाद भी कथित मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस का यह भी मानना है कि रामवृक्ष मारा जा चुका है। आशंका जताई है कि जवाहर बाग में मिले लाशों में एक रामवृक्ष की भी हो सकती है।
इस बीच शुक्रवार देर रात मथुरा की सांसद हेमा मालिनी वहां पहुंची। इस हिंसा को लेकर उन्होंने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मुझे लोगों की चिंता है, तभी मैं यहां आई हूं। मैं समय-समय पर आती रहती हूं पर राज्य सरकार कहां है? कानून-व्यवस्था कहां है? इस मामले को लेकर भाजपा ने न्यायिक जांच की मांग की है।
इस घटना के दौरान हुए गोलीबारी में शहीद एसओ संतोष यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजन मान गए हैं। मंत्री पारसनाथ यादव और दूसरे अधिकारियों ने उन्हें तेरहवीं से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के वहां आने का भरोसा दिलाया है।
इससे पहले शहीद एसओ के परिजन मुख्यमंत्री के आने के बाद ही अंतिम संस्कार की बात कर रहे थे। मंत्री के साथ जौनपुर के प्रशासनिक अधिकारी और सपा के स्थानीय नेता भी मौजूद रहे।