नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शनिवार को इटली, फ्रांस, लक्ज़मबर्ग और बेल्जियम की चार-दिवसीय यात्रा के बाद भारत वापस आ गई हैं। ब्रसेल्स में स्वराज ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा, “यह हमारे आचारों में निहित है।”इसके अलावा स्वराज ने यह भी कहा था कि भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए जटिल चुनौतियों के बीच साझा मूल्यों और सिद्धांतों के साथ कंदे से कंधे मिलाकर काम कर रहा है। वहीं स्वराज अपने दौरे के आखिरी चरण में बेल्जियम में थी। इससे पहले, वह इटली, फ्रांस और लक्समबर्ग का दौरा करने गई थीं।
प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल के साथ कई मुद्दों पर हुई बातचीत
आपको बता दें लक्समबर्ग में, उन्होंने प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल के साथ अनौपचारिक बातचीत की और बाद में लक्समबर्ग परिषद के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा में भी भाग लिया।उन्होंने प्रधानमंत्री बेटटेल के साथ भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के विस्तार पर भी चर्चा की। इससे पहले, स्वराज फ्रांस गई थीं, जहां उन्होने शीर्ष फ्रांसीसी नेतृत्व से मुलाकात की और भारतीय डायस्पोरा को संबोधित किया उससे पहले वो इटली गई थी और वहां उन्होने इटली के प्रधानमंत्री प्रोफेसर जिएसेपे कॉन्टे के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की थी।