बीजेपी का वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज के निधन को आज पूरा एका साल हो चुका है। सुषमा स्वराज का पूरा ही जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है। यही कारण है कि, आज तक उनकी जगह पार्टी में कोई नहीं ले सका है।सुषमा स्वराज की पहली पुण्यतिथि पर उनकी बेटी बांसुरी स्वराज उन्हें याद किया है। बांसुरी ने फोटो शेयर करते हुए मां को याद किया है और भगवान से अपनी का ख्याल रखने को कहा है।
बांसुरी ने ट्वीट कर लिखा, ‘या देवी सर्वभूतेषुस शक्तिरूपेण संस्थिता, या देवी सर्वभूतेषु मात्री रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।’उन्होंने लिखा, ‘मां तुम हमेशा मेरे साथ शक्ति के रूप में हो। हे कृष्ण मेरी का ख्याल रखना।’सुषमा के विदेश मंत्री के कार्यकाल के दौरान उनकी सक्रियता की काफी तारीफ होती थी। वह बीजेपी की दिग्गज नेता में शुमार होती थीं। सुषमा दिल्ली की सीएम भी रह चुकी थीं। इसके साथ ही उन्हें अटल सरकार से लेकर मोदी सरकार का अहम हिस्सा माना जाता है।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का पिछले साल 67 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। अपने निधन के चंद घंटे पहले सुषमा स्वराज ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के लिए ट्वीट कर मोदी सरकार की सराहना की थी। अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा मिला हुआ था।प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पहली पुण्यतिथि पर आज सुषमाजी की याद आ रही है। उनके असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन ने बहुत लोगों को दुखी कर दिया।’’ उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सुषमा स्वराज ने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की और वैश्विक मंच पर वह भारत की मुखर आवाज थीं।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर पिछले साल सुषमा स्वराज के निधन पर आयोजित एक प्रार्थना सभा में दिए गए अपने संबोधन का वीडियो भी साझा किया। विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए सुषमा स्वराज की त्वरित प्रतिक्रिया का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि उन्होंने विदेश मंत्रालय को बदल कर रख दिया। उन्होंने कहा था कि मंत्रालय पहले प्रोटोकॉल से बंधा होता था लेकिन सुषमा स्वराज ने उसे लोकोन्मुखी बना दिया।
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सुषमा स्वराज का चले जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। जिसका शायद कभी भरपाई नहीं हो सकेगी।