नोएडा। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की मौत की गुत्थी सुलझती नजर नहीं आ रही। खबरों की मानें तो छात्र की पोस्मार्टम रिपोर्ट आ गई है जिसमें उसकी मौत के कारण का पता नहीं चल पाया है। वहीं इस मामले में पिता की शिकायत के बाद माहौल काफी गर्म है ग्रेटर नोएडा में छात्र की मौत के बाद गुस्साएं लोगों ने नाइजीरियाई छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और उनके साथ बदसलूकी भी की। इस मामले को बढ़ता हुआ देख विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने इस मामले में यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
I have spoken to Yogi Adityanath ji Chief Minister of Uttar Pradesh about attack on African students in Greater Noida. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) March 28, 2017
नाइजीरियन छात्रों के साथ हुई बदसलूकी:-
वहीं सुषमा के ट्वीट के बाद हरकत में आई नोएडा पुलिस ने नाइजीरियाई छात्रों के साथ बदसलूकी करने वालों की पहंचान करना शुरु कर कर दिया है। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब सोमवार को छात्र मनीष खारी की मौत को लेकर ग्रेटर नोएडा के परीचौक पर कैंडल मार्च निकालने के दौरान कुछ लोग उग्र हो गए। तभी उन्होंने परीचौक से गुजर रहे तीन नाइजीरियन लड़कों को जमकर पीटा यहां तक की उनकी कार भी तोड़ दी। इस घटना के बाद उन लड़कों को पुलिस ने अधमरी हालत में पास ही के अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं इस वारदात को लेकर परी चौक करीबन 2 घंटे तक जाम रहा।
लाठी चार्ज से पुलिस ने किया लोगों को कंट्रोल:-
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी काफी उग्र थे जिसके चलते हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने उन पर लांठिया भांजी। हालात को बिगड़ता देख परीचौक पर करीबन एक दर्जन थानों की पुलिस पहुंची और 2 घंटे बाद हालात पर काबू पाया।
जानिए क्या है पूरा मामला?
बुलंदशहर के शेरपुर गांव में प्रापर्टी डीलर किरणपाल सिंह खारी शहर की एनएसजी सोसाइटी में अपने परिवार के साथ रहते हैं उनका 19 साल का लड़का था जिसका नाम मनीष खारी है और वो 12वीं कक्षा में पढ़ता है। शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे घर के सामने टहल रहा था और अचानक गायब हो गया। जिसके बाद सोसाइटी में काफी हंगामा हुआ और कहा जा रहा था कि नाइजीरियन छात्रों ने लड़के को अगवा कर लिया।
अगले दिन सुबह जब मनीष अपने घर लौटा तो वो नशे में धुत था और खून की उल्टी कर रहा था। उसके परिवार वालों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। मनीष के पिता ने इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने बताया है कि नाइनजीरियन लड़कों ने उसके बेटे की कोल्ड ड्रिंक पिलाकर अगवा कर लिया और ड्रग्स दिया था।