पटनाः बिहार की राजनीति में इन दिनो पूरी तरह गरमाई हुई है। डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जिस दल के स्थापना दिवस पर उसके सजायाफ्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष जमानत लेकर गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे हों, विरासत के वारिसों में जंग छिड़ी हो।
बहू की पालकी में राजनीति आई
साथ ही उन्होने लिखा कि परिवार की नई नवेली बहू की पालकी राजनीति में लाई जा रही हो और सीनियर नेता भीष्म पितामह की तरह मर्यादाओं का चीरहरण देखने को विवश कर दिए गए हों, उस दल से बिहार की 12 करोड़ जनता क्या उम्मीद कर सकती है। स्वार्थों-अहंकारों के टकराव में डूबा राजद स्वयं अपने विसर्जन की ओर बढ़ रहा है।
स्थापना दिवस पर ईमानदारी से सोचना चाहिए
सुशील ने कहा कि राजद को अपने 22वें स्थापना दिवस पर ईमानदारी से सोचना चाहिए कि वह समाजवाद से भटक कर परिवारवादी कैसे हो गया और जिस दल से गरीबों-पिछड़ों-दलितों ने अपनी खुशहाली की उम्मीदें बांधी थीं, वह चारा घोटाला से लेकर करोड़ों रुपए के बेनामी सम्पत्ति घोटाले तक के दलदल में क्यों धंस गया।
डिप्टी सीएम ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद एक व्यक्ति या एक परिवार के लिए आरक्षित कैसे हो गया। दूसरों पर आरोप लगाकर कोई दल अपनी कमजोरियां दूर नहीं कर सकता। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य पर आगे बढ़ती एनडीए सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 160 रुपए की वृद्धि कर इसे 1750 रुपए प्रति क्विंटल करने की घोषणा की।