नई दिल्ली। आषाढ मास की अमावस्या यानि की 13जुलाई को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण पड़ने जा रहा है और इस दिन 40साल बाद एक ऐसा संयोग बनने जा रहा है जो 40 साल पहले हुआ था। हालांकि भारत में इसका असर दिखाई नहीं देगी। ज्योतिषी की मानें तो ग्रहण के बाद अगर गरीबों को दान दिया जाए तो ये काफी अच्छा माना जाता है।
ग्रहण के समय क्या करें।
- ग्रहण काल समाप्त होने के बाद नहा धोकर अपने वजन के बराबर सात अनाज दान करना चाहिए।
- गरीबो को अनाज का दान और उन्हें भोजन कराना चाहिए।
- ज्योतिष के अनुसार ग्रहण के समय घर पर ओम् नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
- इसके अलावा आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- इसके अलावा ग्रहण के समय घर में बैठकर धार्मिक ग्रंथ का पाठ करना चाहिए।
क्या ना करें
- लोगों की मान्यता है कि ग्रहण के तुरंत बाद किसी भी काम को करने से पहले नहाना चाहिए.
- सिर्फ खुद को ही नहीं बल्कि घर में मंदिर में मौजूद सभी भगवानों की मूर्तियों को भी नहलाना या फिर गंगाजल छिड़कना चाहिए.
- मूर्तियों और खुद को नहलाने के बाद पूरे घर में धूप-बत्ती कर शुद्धीकरण किया जाना चाहिए.
- घर में या बाहर मौजूद तुलसी के पौधे को भी गंगाजल डालकर स्वच्छ करना चाहिए.
- कुछ लोग तो अपने घरों को भी पानी से धो डालते हैं.
- मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए.
क्यो होता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण होने के पीछे विज्ञान कहता है कि जब पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ अपने सौरमंडल के सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है। दूसरी ओर, चंद्रमा दरअसल पृथ्वी का उपग्रह है और उसके चक्कर लगता है, इसलिए, जब भी चंद्रमा चक्कर काटते-काटते सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब पृथ्वी पर सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।